जर्मन लड़की की चूत को इंडियन लंड का स्वाद चखाया – Office Sex Story

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न्यूडिटी ऑन बीच इन बिकिनी का नजारा मैंने तो देखा ही, मेरे साथ और सैंकड़ों सैलानियों ने देखा जब मेरी जर्मन लड़की क्लाइंट चेन्नई के खूबसूरत के बीच पर बिकिनी पहन कर तैरने लगी.
मेरा नाम आकाश है, मेरी उम्र 36 साल है.
दिखने में मैं एक सांवला लड़का हूँ लेकिन मेरी बॉडी काफी अच्छी है क्योंकि मैं हमेशा ही जिम में या फिर घर पर ही व्यायाम किया करता हूँ।
अपनी कहानी शुरू करने से पहले मैं अपने बारे में कुछ बातें बताना चाहूंगा।
कहानी में मैं अपनी पहचान गुप्त रखूंगा और कहानी में जो कुछ भी आज आप लोगों को बताऊंगा उसमें एक एक बात सच बताऊंगा।
जो मेरे साथ हुआ वो बेहद ही कम लोगों के साथ होता होगा।
असल में अगर देखा जाए तो ये किसी सपने के सच होने जैसा ही है लेकिन ये सपना नहीं मेरी जिंदगी की ऐसी हकीकत है जिसके बाद मुझे और कुछ पाने की इच्छा नहीं है।
मैं जब कालेज में था उस समय से ही सेक्स के प्रति मेरा रुझान बढ़ने लगा था कालेज में मेरी 2 गर्लफ्रैंड थी जिनके साथ मैंने काफी सेक्स किया।
उसके अलावा भी मेरी कालोनी में एक भाभी थी जिनके साथ मैंने सेक्स किया।
अभी कुछ सालों से मैंने इस वेबसाइट पर कहानियां पढ़ना शुरू किया है।
इनकी कहानियां पढ़ने में सच में एक अलग ही मजा आता है।
पहले जब भी मैं कहानियां पढ़ता था तो मैं सोचता था कि कभी कोई अपनी कहानी लिखूंगा और इस वेबसाइट पर भेजूंगा लेकिन मेरी जिंदगी में कभी ऐसा कोई खास मौका आया नहीं जिसकी कहानी मैं लिखूं।
फिर 2018 में मेरे साथ कुछ ऐसा हुआ कि वो किसी सपने के सच होने जैसा था।
उस घटना के बाद मैंने सोच लिया था कि अपनी यह कहानी मैं इस वेबसाइट पर जरूर भेजूंगा।
फिर मेरी बात कोमल जी से हुई जो अन्तर्वासना पर कहानियां लिखती हैं.
और आज उनकी मदद से मैं आप लोगों के बीच अपनी कहानी भेज रहा हूँ।
तो न्यूडिटी ऑन बीच इन बिकिनी कहानी शुरू करते हैं।
कालेज खत्म होने के बाद मैं किसी जॉब की तलाश में जुट गया लेकिन कहीं पर भी मुझे मेरे मन मुताबिक जॉब नहीं मिला।
इसके बाद मेरे एक मित्र ने मुझे कहा कि ट्रैवल गाइड के बारे में सोच! इसमें भी अच्छी कमाई हो जाती है. और इसके साथ साथ नए नए लोगों के साथ मिलना और घूमना फिरना भी हो जाता है।
मैंने इसके लिए ही कोशिश शुरू कर दी और मुझे एक कंपनी में काम मिल गया।
शुरू में मुझे भारतीय लोगों को ही घुमाने का काम मिलता था क्योंकि मुझे केवल हिंदी और थोड़ी बहुत इंग्लिश आती थी।
इसमें मुझे ज्यादा कमाई नहीं हो रही थी लेकिन मेरे साथ जो लड़के काम करते थे उन्हें अलग अलग कई भाषाए आती थी जिनके कारण उन्हें विदेशी टूरिस्टों को घुमाने का काम मिलता और उनकी काफी अच्छी कमाई हो जाती थी।
फिर मैंने फैसला किया कि मैं भी अब अलग अलग भाषा सीखूंगा।
इसलिए मैंने कोचिंग सेंटर में एडमिशन ले लिया।
दो साल का समय लगा लेकिन मैंने फ्रेच, जर्मन, इटेलियन, जैपनीज़ जैसी भाषाओं की अच्छी जानकारी प्राप्त कर ली।
इसका फायदा भी मुझे मिलने लगा और अब मुझे भी विदेशी पर्यटकों को भारत घुमाने का काम मिलने लगा।
यह काम करते हुए मुझे 10 साल हो चुके हैं।
अब मेरी अच्छी खासी कमाई हो जाती है और मुझे अब केवल विदेशी पर्यटकों का ही काम मिलता है।
इन 10 सालों में मैंने सैकड़ो पर्यटकों को भारत की सैर करवाई है।
इसके साथ साथ मुझे विदेशी हसीनाओं के दर्शन भी होते हैं लेकिन कभी ऐसा नहीं हुआ था कि किसी विदेशी लड़की के साथ मेरा कोई सम्बंध बना हो।
फिर 2018 का साल आया और वो साल मैं अपनी जिंदगी में कभी नहीं भूल सकता।
हुआ यूं कि हमेशा की तरह ही मेरा काम रहता था कि मैं अपने ऑफिस जाता। वहाँ मुझे बताया जाता कि इस देश से कुछ पर्यटक आ रहे हैं और उन्हें एयरपोर्ट से लेकर मुझे कहाँ कहां जाना है.
और मैं कंपनी की कार लेकर उन लोगों को घुमाता था।
इसमें कभी कभी दो तीन दिन लगते थे तो कभी हफ्ते दो हफ्ते लग जाते थे।
ऐसे ही एक दिन मुझे कंपनी से फोन आया.

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जब मैं कंपनी गया तो मुझे बताया गया कि जर्मनी से एक लड़की आ रही है. उसने तीन महीने के लिए एक गाइड बुक किया है। वह लड़की भारत अपनी पढ़ाई की किसी रिसर्च करने के लिए आ रही है और तीन महीने यहाँ रहेगी।
मुझे उसे सब जगह घुमाना है और उसकी मदद करनी है।
मुझे ये सब दो दिन पहले ही बता दिया गया था ताकि मैं अपनी सारी तैयारी पहले से कर लूं क्योंकि मुझे तीन महीने तक घर से बाहर रहना था।
मैंने उस लड़की की सारी जानकारी ले ली और घर जाकर अपनी तैयारियां कर लिया।
जिस दिन उस लड़की को आना था, मैं सुबह सुबह ही तैयार होकर घर से निकल गया।
उसकी फ्लाइट सुबह 11 बजे की थी, मैं 10 बजे ही एयरपोर्ट पहुँच गया।
इतने सालों से मैं गाइड का काम कर रहा हूँ लेकिन मेरे लिए ये पहला मौका था जब मैं किसी एक सिंगल पर्सन को घुमाने वाला था.
नहीं तो हमेशा किसी ग्रुप, कपल्स या फैमिली को ही घुमाने का काम मिलता था।
मैं थोड़ा नर्वस भी था क्योंकि वह लड़की अपनी पढ़ाई के लिए रिसर्च करने के लिए आ रही थी और मुझे उसे सही सही जानकारियां देनी थी।
एयरपोर्ट पहुँचकर मैंने अपने बैग से उस से वो कागज निकाला जिसमें उसकी डिटेल दी गई थी।
मैंने देखा कि उसका नाम ऐना था और उसकी उम्र 21 साल है और वह जर्मन लड़की थी।
मैंने एयरपोर्ट के बाहर ही एक बोर्ड बनवा लिया.
जब उसकी फ्लाइट लैंड हुई तो मैं गेट पर वो बोर्ड लेकर खड़ा हो गया।
एक एक करके सारे पैसेंजर बाहर निकल रहे थे और मैं इंतज़ार कर रहा था।
कुछ देर बाद एक लड़की ने मेरा बोर्ड पढ़ा और मेरी तरफ इशारा करते हुए बोली- मैं हूं ऐना!
उसे मैं ऊपर से नीचे तक देखता ही रह गया.
उसने पैंट और शर्ट पहन रखी थी।
बेहद ही खूबसूरत गोल और मासूम चेहरा, उसके बाल सुनहरे थे जिन्हें उसने खुला रखा हुआ था.
उसकी आँखें नीली थी और वह इतनी ज्यादा गोरी थी जैसे मलाई हो।
उसे गौर से देखने के बाद मैंने अपना परिचय उसे दिया.
उसके हाथ में एक बैग था.
मैंने उससे बैग लिया और कार में रख दिया।
वह कार की पिछली सीट पर बैठ गई और मैं कार लेकर होटल चल पड़ा जहाँ उसने रूम बुकिंग करवाई थी।
मैंने उसे उसके होटल छोड़ा और अपना कार्ड उसे दे दिया ताकि कुछ काम होने पर वह मुझे फोन कर सके।
अगली सुबह हमें निकलना था और मेरे पास पूरे दिन का समय था।
मैं घर वापस गया और जितनी तैयारी अधूरी रह गई थी, उन्हें किया और अगली सुबह ऐना के होटल गया।
कुछ ही देर में हम लोग निकल पड़े।
अगले एक महीने हम लोगों को राजस्थान, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, की यात्रा करनी थी।
उसके बाद बंगाल, असम, केरल और आखिरी महीने में उड़ीसा और दक्षिण के राज्यों का भ्रमण करना था।
हम लोगों को आगे के सफर के लिए ट्रेन की यात्रा करनी थी जिसके लिए हमने पहले से ही बुकिंग करवा ली थी।
हमने अपनी ट्रेन पकड़ी और सबसे पहले राजस्थान के लिए निकल पड़े।
दो तीन दिन में ही मैं और ऐना काफी घुलमिल गए थे.
वह मेरे साथ किसी दोस्त जैसा ही व्यवहार करती थी।
जहाँ भी हमें रुकना होता था तो एक ही होटल में बुकिंग करवाती थी.
इसके अलावा साथ में ही खाना खाना नाश्ता करना होता था।
धीरे धीरे वो मुझपर काफी विश्वास करने लगी थी और अपनी फैमिली के बारे में भी मुझे बताती थी.
कई बार उसने वीडियो कॉल से अपने फैमिली मेंबर्स से बात भी करवाई।
वह हमेशा बिल्कुल साधारण कपड़ों में ही रहती थी जैसे कि एक लोवर टीशर्ट।
इसके साथ ही वो अपने साथ ज्यादा सामान भी नहीं रखती थी.
जब भी हम दोनों कहीं घूमने जाते तो वह अपने साथ एक छोटा सा बैग रखती थी जिसमें उसके कुछ जरूरी कागज एक पेन डायरी और गले में एक कैमरा होता था।
मैं उसे किसी जगह घुमाने ले जाता और किसी चीज के बारे में बताता तो वह तुरंत उसे अपनी डायरी में नोट कर लेती थी।
हम दोनों को साथ में अभी 10 दिन ही हुए थे और वह मुझसे बेहद घुलमिल गई थी; हम दोनों अच्छे दोस्तों की तरह ही घूमते थे।
ऐना इतनी हॉट और खूबसूरत लड़की थी लेकिन मेरे मन में उसके प्रति कभी भी कुछ गलत नहीं आया था.
जबकि मैं काफी रोमेंटिक टाइप का लड़का हूँ और रोज रात में सोने से पहले पोर्न फिल्म देखकर या पोर्न कहानियां पढ़कर मुठ मारकर ही सोता था।
लेकिन कभी भी मैंने ऐना को गंदी निगाह से नहीं देखा।

वह मेरी एक मेहमान के साथ साथ मेरी कस्टमर भी थी जिसका मुझे पूरा सम्मान करना था।
लेकिन आगे एक ऐसा मोड़ आया जिसके बाद मेरा नजरिया बदल सा गया.
क्योंकि कुछ भी था … मैं भी एक इंसान हूं और मेरे अंदर भी फीलिंग है।
हुआ ऐसा था कि एक दिन हम दोनों घूमने के बाद अपने होटल आये और दोनों अपने अपने कमरे में जाकर आराम करने लगे।
अचानक से ऐना ने मुझे फोन किया और मुझे अपने कमरे में आने के लिए कहा।
मैं उस वक्त साधारण कपड़ों में ही था और वैसे ही उसके पास चला गया।
जब मैं उसके पास पहुँचा तो उसने मुझे पैसे दिए और मुझे सेनेटरी पैड लेकर आने के लिए कहा।
सेनेटरी पैड लड़कियां अपनी माहवारी के दौरान इस्तेमाल करती हैं।
मैंने उससे पैसे लिए और पास के ही माल से जाकर एक पैकेट सेनेटरी पैड लाकर ऐना को दे दिया।
मैं उसके कमरे से गया भी नहीं था, उसने मेरे सामने ही पैकेट खोला और उसमें से एक पैड निकालकर बाथरूम चली गई।
ऐसी घटना विदेशी लोगों के लिए एक साधारण बात है लेकिन हम भारतीयों के लिए अगल ही चीज है।
कुछ समय के बाद ऐना वापस आई और उसने मुझसे बिना झिझक के कहा- आकाश, तुम जो पैड लाये हो उसका साइज बिल्कुल सही है।
इसके बाद मैं वहाँ से चला गया।
पर इसके बाद मेरे मन में तरह तरह के गंदे ख्याल आये और मैं चुपचाप खाना खाकर सो गया।
उसके बाद हम लोग ऐसे ही रोज नई नई जगहों पर जाते रहे और करीब 20 दिन का समय निकल गया।
ऐना जब भी घूमने के लिए जाती तो साड़ी पहनी हुई औरतों को बड़े गौर से देखा करती थी और उनकी फोटो अपने कैमरे में कैद किया करती थी।
एक दिन की बात है, हम लोग कार से जा रहे थे.
उसने मुझसे पूछा- आकाश, क्या आपको साड़ी पहनाना आता है?
मैंने उसे बताया- जी हां, साड़ी कैसे पहनते हैं ये मैं जानता हूँ।
इसके बाद वह कुछ नहीं बोली।
उसके बाद जब शाम को हम दोनों होटल पहुँचे तो उसने फिर से मुझे बुलाया और कहा- तैयार होकर आओ, हमें साड़ी खरीदने चलना है।
मैं तैयार होकर आया और हम दोनों पास के मॉल पहुँच गए।
वहाँ ऐना ने अपने लिए तीन साड़ियां खरीदी और उसके साथ में पहनने के लिए ब्लाउज पेटिकोट और कुछ ब्रा पैंटी खरीदी।
उसके बाद हम लोग वापस होटल आ गए।
खाना खाने के बाद ऐना ने मुझे फिर से फोन किया और अपने कमरे में आने के लिए बोली।
मैं जब उसके कमरे में गया तो वह साड़ियों को देख रही थी।
मुझे देखकर उसने मुझसे कहा- आकाश, तुम आज मुझे साड़ी पहनाना सिखाओ। कल से जब हम बाहर जायेंगे तो मैं साड़ी पहनकर ही जाया करूंगी.
मैंने भी कह दिया- नो प्रॉब्लम, मैं सिखा देता हूँ।
जैसे ही मैंने हाँ कहा, इसके बाद ऐना ने बिना झिझक के मेरे सामने ही फटाफट अपनी टीशर्ट और लोवर निकाल दी।
उसके अचानक ऐसा करने से मेरे तो होश ही उड़ गए थे.
उस वक्त वह मेरे सामने केवल ब्रा पैंटी में खडी हुई थी और उसकी पैंटी भी केवल उसके गुप्तागों को बस ही ढके हुई थी क्योंकि उसने लेस ( डोरी वाली) पैंटी पहनी हुई थी।
उसके अंदर का गोरा बदन देख मैं तो दंग था।
उसके बड़े बड़े तने हुए दूध इतने ज्यादा गोरे और खूबसूरत लग रहे थे कि किसी भी मर्द का लंड खड़ा हो जाता।
अब ऐना ने मुझे कहा- चलो, अब मुझे साड़ी पहनना सिखाओ।
मेरे हाथ कांप रहे थे और जुबान से शब्द ही नहीं निकल रहे थे।
मैंने एक साड़ी निकाली और ऐना से पहले ब्लाऊज और पेटिकोट पहनने के लिए कहा।
उसने किसी तरह पेटिकोट और ब्लाऊज पहन लिया लेकिन उससे ब्लाऊज का हुक बंद करते नहीं बन रहा था।
अब मुझे उसकी मदद करनी थी।
मैं डरते हुए उसके हुक लगाने लगा इसी दौरान मेरी उंगलियां पहली बार उसके मुलायम दूध में टच हुई।
उसके दूध मस्त कड़े और गर्म थे।
उस वक्त मैं किसी तरह से अपने आप को सम्हाल पा रहा था क्योंकि उस हसीन लड़की के इतने करीब जाकर मेरा लंड बिल्कुल हिलौरें मार रहा था।
मैंने उसके ब्लाउज का हुक लगाया और उसके बाद उसे साड़ी पहनाने लगा।
इस दौरान भी मेरा हाथ उसके पेट और कमर को छू रहा था।
उसके पेट का गर्म गर्म स्पर्श पाकर मेरा लंड बेकाबू हो रहा था, किसी तरह मैंने अपने आप को सम्हाला और ऐना को साड़ी पहनाई।
उसके बाद उसने फिर से साड़ी निकाली और अपने से ही पहनने की कोशिश करने लगी।

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सेक्सी भाभिओं के साथ सामूहिक चुदाई का आनंद – Bhabhi ki Chudai

ऐसे ही एक दो बार कोशिश करने के बाद उससे साड़ी पहनना आ गया और अब वह ठीक ठाक साड़ी बांधने लगी।
उसके बाद मैं उसके रूम से वापस अपने रूम में आ गया और काफी देर तक ऐना के उस मखमली बदन को याद करता रहा।
वो पहली बार था जब मेरे अंदर ऐना के लिए गंदे ख्याल आये और उस रात मैंने ऐना को याद करते हुए पहली बार उसके नाम से मुठ मारी थी।
अगले दिन से मेरे अंदर ऐना को लेकर विचार बिल्कुल बदल से गये थे और अब मैं उसके बदन को ही घूरता रहता था।
उस दिन से हम लोग जब घूमने के लिए निकलते तो ऐना साड़ी ही पहनती थी जिसमें से उसकी कमर और ब्लाऊज से उसके झलकते दूध के दीदार हुआ करते थे।
अब तो ऐसा लगता था कि काश मुझे एक बार ऐना के साथ सेक्स करने का मौका मिल जाये लेकिन मेरी किस्मत में ऐसा होना असम्भव सा ही था।
मेरी किस्मत में बस इतना ही लिखा था कि मैं उसे बिन कपड़ों के केवल ब्रा पेंटी में देख पाया था।
हम दोनों को साथ में भारत घूमते हुए अब लगभग एक महीना हो गया था।
अब हम लोगों को एक सप्ताह के लिए चेन्नई के coimbatore जाना था।
हम दोनों शाम को चेन्नई पहुँच गए और पहले से बुक किये गए होटल में ठहर गए।
अगली सुबह ऐना ने मुझसे कहा- आज हम लोग बीच पर चलेंगे।
कुछ ही देर में हम दोनों तैयार होकर समुद्र किनारे बीच पर पहुँच गए।
उस वक्त ऐना ने नार्मल ही कपड़े पहने हुए थे.
लेकिन कुछ देर घूमने के बाद ऐना पास में ही बने हुए चेंजिंग रूम में चली गई और जब वो वहाँ से वापस आई अब वह बिल्कुल पटाखा माल लग रही थी।
उसने उस वक्त बिकिनी पहनी हुई थी और कमर के नीचे एक स्टॉल लपेटी हुई थी और ऊपर केवल ब्रा पहनी हुई थी।
हम दोनों काफी देर तक समुद्र किनारे घूमते रहे, फिर ऐना पानी में उतर कर तैराकी करने लगी।
उस वक्त बीच पर ज्यादा भीड़भाड़ नहीं थी, बस कुछ ही लोग मौजूद थे।
मैं समुद्र के किनारे बैठा हुआ था और ऐना आराम से पानी में मस्ती कर रही थी।
बड़े गौर से मैं उसके भीगे हुए बदन को देख रहा था।
जब ऐना पानी से बाहर निकली तो उसने अपनी स्टॉल निकाल दी थी और अब वो केवल ब्रा पैंटी में ही थी।
उस वक्त ऐना लगभग नंगी ही थी क्योंकि पीछे से उसकी गांड बिल्कुल खुली हुई थी और सामने बस उसकी चूत ही ढकी हुई थी.
इसके अलावा उसके तने हुए दूध ब्रा से बाहर निकलने को हो रहे थे।
मेरी नजर बार बार उसके दूध, चूत और गांड पर जा रही थी।
उसे देखकर मैं बिल्कुल मंधमुग्ध हो गया था।
मेरा लंड झटके मार रहा था और मैं एकटक उसे देख रहा था।
बीच पर ज्यादा लोग तो थे नहीं पर जितने भी लड़के मर्द थे, उनकी नजर बार बार ऐना की तरफ ही जा रही थी।
वह पूरे बीच पर आकर्षण का केंद्र बनी हुई थी।
सूरज की तेज किरणों से उसका गोरा बदन और भी ज्यादा चमक रहा था।
वह जिस तरह की बिकिनी पहनी हुई थी, उसके देश में ये बिल्कुल नॉर्मल बात है लेकिन हमारे देश में वो काफी बोल्ड है इसलिए वहां पर जितने भी मर्द मौजूद थे, उनकी गंदी निगाहें बस ऐना को ही घूर रही थी।
समुद्र से निकलने के बाद ऐना मेरी तरफ ही आ रही थी और मेरी निगाहें बस उसकी लहराती कमर, ऊपर नीचे होते हुए दूध और उसकी चूत को किसी तरह से छिपाए हुए उसकी पैंटी पर जा रही थी।
ऐना जब मेरे पास पहुँची तो वह मेरे काफी करीब थी.
उसकी भीगी ब्रा पैंटी से साफ साफ़ उसके निप्पल और चूत की लाइन झलक रही थी।
सामने से उसकी पैंटी उसकी चूत के बीच लाइन में घुसी हुई थी जिससे उसकी चूत का बनावट साफ पता चल रहा था।
वह न्यूडिटी ऑन बीच इन बिकिनी का नजारा मेरी आँखों में आज तक बसा हुआ है।
ऐना ने तौलिया लपेटा और चेंजिंग रूम चली गई।
वहाँ से जब वो वापस आई तो उसने नॉर्मल टीशर्ट औऱ लोवर पहना हुआ था।
कुछ देर हम लोग और समुद्र तट के किनारे टहलते रहे और वहाँ पर मौजूद कई लोगों ने ऐना के साथ फ़ोटो खिंचवाई।
इसके बाद हम दोनों वापस होटल आ गए और दोपहर का खाना खाने के बाद अपने अपने कमरे में आराम करने लगे।
उस दोपहर में भी मैंने ऐना को याद करते हुए मुट्ठ मारी और फिर सो गया।
दोस्तो, इसके बाद मेरी किस्मत ने ऐसी करवट बदली जिसके बारे में मैंने कभी सोचा भी नहीं था।
मैंने ऐना के साथ वो सब कुछ किया जिसको सोचते हुए मैं मुट्ठ मारता था।

हम लोगों को Coimbatore में दो दिन हो चुके थे और अभी चार दिन और हमें वहाँ रहना था।
जबसे हम लोग Coimbatore आये, ऐना ने साड़ी की जगह मॉर्डन कपड़े पहनने शुरू कर दिए.
अब वह बाहर जाती तो स्कर्ट या हाफ लोवर टीशर्ट में ही जाती थी।
जब वह मेरे साथ बाहर घूमने जाती तो लोग बड़े गौर से उसे घूरते क्योंकि वह दिखती ही थी इतनी ज्यादा सेक्सी।
उसमें विशेष बात यह थी कि उसका फिगर अद्भुत था और उसके साथ साथ उसके बदन का रंग जो बिल्कुल हल्के पीले रंग की मलाई की तरह था. कहीं पर भी एक तिल बराबर भी दाग धब्बा तक नहीं था।
प्यारा सा चेहरा और उस पर उसकी नीली आँखें किसी को भी अपनी तरफ़ आकर्षित कर लेती थी।
यहाँ दूसरे दिन हम लोग घूमने के बाद शाम को होटल पहुँचे.
हम दोनों ही उस दिन काफी ज्यादा थक चुके थे क्योंकि सारा दिन हम लोग मोटरसाइकिल पर घूमे थे जो हमने किराए पर ली थी।
मेरा पूरा बदन बिल्कुल टूट रहा था.
मैंने होटल पहुँचकर कपड़े उतारे और सीधा नहाने के लिए बाथरूम चला गया।
बाथरूम में इत्मीनान से नहाने के बाद मैंने कॉफी ऑर्डर की और कॉफी पीने के बाद चुपचाप बिस्तर पर लेटा हुआ था।
लेटे हुए मेरी आँख लग गई और करीब एक घण्टे के बाद अचानक से मेरा फोन बजा।
मैंने देखा तो उसमें ऐना का कॉल आ रहा था।
फोन उठाया मैंने और उससे बात की।
उसने मुझे अपने कमरे में आने के लिए कहा।
उस समय शाम के आठ बज रहे थे।
मैं वैसे ही लोवर टीशर्ट में चला गया।
उसके कमरे में पहुँचा तो मैंने देखा कि ऐना एक हल्के जामुनी रंग का गाउन पहने हुए सोफे पर बैठी हुई थी और वाइन पी रही थी।
उसने मुझे अंदर बुलाया और बैठने के लिए बोली।
मैं उसके सामने वाले सोफे पर बैठ गया.
वह मेरे लिए भी वाइन तैयार करने लगी।
मैं उसके उस रूप को बड़े गौर से देख रहा था।

उस समय उसने एक जालीदार गाउन पहना हुआ था जिसमें से उसके ब्रा और पैंटी साफ साफ झलक रहे थे।
जालीदार गाउन से झलकता हुआ उसका गोरा बदन कयामत से कम नहीं लग रहा था।
वह अपना एक पैर दूसरे पैर के ऊपर रखकर हुई बैठी थी जिससे उसकी एक टांग हवा में उठी हुई थी और उसकी गोरी जांघ गाउन के नीचे से साफ साफ दिख रही थी।
उस समय उसके चेहरे पर दिनभर की थकान साफ साफ नजर आ रही थी।
उसने मेरे लिए वाइन तैयार की और ग्लास मुझे दिया।
हम दोनों बैठे हुए आराम से वाइन का मजा ले रहे थे।
उस समय मैं अपनी किस्मत पर ताव दे रहा था और सोच रहा था कि मेरी किस्मत कितनी अच्छी है कि इस परी जैसी खूबसूरत लड़की के साथ उसके हाथों से बनी वाइन पी रहा हूँ।
हम दोनों ने बैठे बैठे वाइन खत्म की.
उसके बाद ऐना ने खाना ऑर्डर किया.
हम दोनों ने साथ में बाते करते हुए खाना खाया।
खाना खाते हुए ही ऐना ने मुझसे कहा- आकाश आज मेरी कमर बहुत दर्द कर रही है. क्या तुम मेरी कमर की मालिश कर सकते हो?
मैं भी सोचने लगा कि ऐसा अवसर मैं कैसे छोड़ सकता हूँ और मैंने तुरंत ही हां कह दिया।
हमने खाना खत्म किया और उसके बाद ऐना ने अपने बैग से एक बोतल निकाली, उसमें कोई तेल था।
उसने मुझे वो बोतल दी और मुझे बेड पर चलने के लिए कहीं।
ऐना ने बिना किसी शर्म के अपना गाउन निकाल दिया और बिस्तर पर पेट के बल लेट गईं।
ये सब अब मेरे लिए आम बात हो चुकी थी क्योंकि ऐना पहले भी मेरे सामने कई बार अपने कपड़े निकाल चुकी थी और मेरे सामने ही ब्रा पैंटी में हो जाती थी क्योंकि वह जिस देश से थी वहां की संस्कृति ही ऐसी है।
उस समय उसने सफेद रंग की ब्रा और सफेद रंग की पैंटी पहनी हुई थी।
उसने डोरी वाली पैंटी नहीं बल्कि हाफकट पैंटी पहनी हुई थी जिसमें उसके चूतड़ पूरी तरह से ठके हुए थे।
वह आराम से बिस्तर पर लेटी हुई थी और मैं उसके कमर के पास जाकर बिस्तर पर बैठ गया।
मैंने बोतल से बूंद बूंद करके तेल उसके कमर में गिराना शुरू किया और फिर अपनी हथेलियों पर भी तेल लगाकर उसके कमर में हल्के हाथों से मालिश शुरू कर दी।
उसकी स्किन मस्त गर्म और मुलायम थी उसकी कमर में अपनी हथेली चलाने से मुझे बहोत मजा आ रहा था।
पहले मैंने उसकी कमर में अच्छे से तेल लगाया और फिर थोड़ा जोर देते हुए कमर की मालिश करने लगा।
उसकी चिकनी कमर में मेरा हाथ बिल्कुल मक्ख़न की तरह फिसल रहा था।
ऐना की त्वचा इतनी गोरी थी कि उसकी नशे तक मुझे साफ साफ दिखाई दे रही थी।
उसकी कमर की मालिश करते हुए मैं अपनी नजर उसके बदन पर चला रहा था।
उसके बदन पर कहीं भी एक बाल का रोम तक नहीं था, पूरा बदन बिल्कुल चिकनी मलाई की तरह था।
काफी देर तक मैं मालिश करता रहा और ऐना चुपचाप लेटी हुई थी।
कुछ देर बाद उसने अपना हाथ पीछे किया और अपने ब्रा की स्ट्रिप खोल दी।
मैं समझ गया कि यह पीठ पर भी मालिश करवाना चाहती है।
अब मैं अपना हाथ उसके कमर से होते हुए उसकी पीठ तक ले गया और पीठ पर भी मालिश करने लगा।
जैसे जैसे मेरे हाथ उसकी पीठ और कमर में चल रहा थे, वह हल्के हल्के नागिन की तरह मचल रही थी।
मेरे हाथ उसकी पीठ से आगे बढ़कर उसके गले और कंधे तक जाने लगे।
मालिश से उसे काफी आराम मिल रहा था और वह सुकून से आँखें बंद किये हुए लेटी हुई थी।
सच मानिए दोस्तो … उसकी कोमल गोरी पीठ कमर पर अपने हाथ फिराने से मेरा तन बदन मचल रहा था।
मेरा लंड उस समय अपना काबू खो रहा था।
उसकी मालिश करने से उसकी गोरी चमड़ी बिल्कुल लाल हो गई थी।
अचानक से जब मेरा हाथ उसके गले से नीचे पीठ की तरफ आ रहा था, तभी मेरा एक हाथ तेल के कारण फिसल गया और उसके दूध से जा टकराया।
माँ कसम … उस मक्ख़न जैसे मुलायम दूध का स्पर्श पाकर मेरा लंड एकदम से झटका मारने लगा।
उस समय ऐना के दोनों दूध बिस्तर में दबे हुए थे और किनारे की तरफ से आधे आधे दूध बाहर झांक रहे थे।
यह दृश्य देखकर मेरा वाइन का नशा दुगना हो रहा था।

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सच मानिए उस समय मुझे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं हो रहा था।
ऐसा लग रहा था कि अभी ऐना की पैंटी निकाल दूँ और उसके ऊपर चढ़ जाऊं।
जब ऐना खुद मुझसे मालिश करवा रही थी तो मेरी भी हिम्मत उस समय बढ़ी हुई थी और मैं उसकी पीठ को मालिश करते हुए उस पल का पूरा मजा उठा रहा था।
उसके बाद कुछ ऐसा हुआ जिसके बारे में मैंने सोचा भी नहीं था.
तभी मुझे लगने लगा कि ऐना भी उस समय तड़प रही थी या फिर वो मुझे जानबूझकर तड़पा रही थी।
मैं उसकी मालिश कर ही रहा था तभी ऐना ने अपना एक हाथ नीचे बढ़ाया और अपनी पैंटी अपने घुटनों तक नीचे कर दी और मुझे बोली- आकाश, जरा यहाँ भी तेल लगा देना।
वह नाजरा देखकर और ऐना के मुँह से ऐसा सुनकर तो मेरे हाथ काम्पने लगे।
उसकी पूरी गांड मेरे सामने नंगी खुली हुई थी।
उसकी गांड देखकर तो मैं बिल्कुल पागल सा हो गया था।
मुझे लगा कि ऐना मेरे साथ कोई खेल तो नहीं खेल रही है क्या ऐसा करना सही रहेगा।
लेकिन मैंने भी सोचा कि जब वह खुद ऐसा बोल रही है तो मुझे क्या परेशानी है।
मुझे भी ऐसी परी के चूतड़ों की मालिश का अवसर मिल रहा है।
मैंने भी अब हिम्मत दिखाई और उसकी पैंटी को पूरी तरह से उसके टांगों से निकाल दिया।
अब ऐना पूरी तरह से नंगी हो चुकी थी क्योंकि उसने पहले ही ब्रा खोल दी थी।
मैंने बोतल से काफी सारा तेल लिया और उसकी गांड में लगाते हुये अच्छे उसके पैरों तक फैला दिया।
अब मेरे कांपते हुए हाथ उसकी गांड पर गए और मैं गांड को दबाते हुए अच्छे से मालिश करने लगा।
मेरे अंदर किसी भी प्रकार का कोई डर नहीं था अब तो मैंने सोच लिया था कि जो होगा देखा जाएगा।
मैं उसकी गांड से होते हुए उसके पैरों तक अच्छे से उसकी मालिश करने लगा।
फिर जब मैं उसकी गांड को मसलते हुए मालिश कर रहा था तो उसके कूल्हों को फैला दिया जिससे उसकी गांड की दरार फैल गई और उसकी गांड का छेद मेरे सामने आ गया।
मैं कुछ देर रुककर उस छेद को देखने लगा।
उसका छेद छोटा सा बिल्कुल गुलाबी रंग का था और थोड़े थोड़े समय में फूल की तरह सिकुड़ रहा था और खुल रहा था।
आआह … वो नजारा देखने से कामदेव भी पिघल जाते।
अब तो मैं अपनी उंगलियों को भी गांड की दरार में डालते हुए अंदर तक तेल लगाने लगा।
मेरे द्वारा ऐसा करने से ऐना ने कोई भी विरोध नहीं किया और मेरी भी हिम्मत काफी बढ़ गई।
अब मैं दोनों हाथों से उसकी गांड के अंदर तक तेल लगाने लगा और उसकी मुलायम चूत तक को छूने लगा।
उस समय मेरा लंड पूरी तरह से खड़ा हो गया था और मेरे लोवर में तम्बू बन गया था।
जल्द ही मेरे हाथों में एक गाढ़ा तरल आने लगा क्योंकि मैं ऐना की चूत तक अपना हाथ डाल रहा था।
मैं समझ गया कि ऐना की चूत से पानी निकल रहा है।
इसका मतलब साफ था कि वो भी उस समय गर्म हो गई थी।
अब मेरे मन में ख्याल आने लगा कि हो सकता है कि ऐना मुझसे चुद जाए।
मेरे मन में ये सब चल ही रहा था कि अचानक से ऐना ने मुझे रुकने के लिए कहा और एक झटके में पलटकर सीधी लेट गई।
अब वह पूरी तरह से नंगी मेरे सामने लेटी हुई थी।
हम दोनों बिना कुछ बोले एक दूसरे को देख रहे थे और ऐना ने अचानक से मेरा हाथ पकड़ा और एक झटके में मुझे अपने ऊपर ले लिया।
वह अपने होंठों से मेरे होंठ चूमने लगी।
अब मैंने भी उसे अपनी बाहों में भर लिया और उसके गुलाबी रंग के होंठों को चूमने लगा।
हम दोनों एक दूसरे के बदन को बुरी तरह से सहला रहे थे और दोनों आलिंगन करते हुए एक दूसरे से लिपटे हुए थे।
काफी देर तक मैं उसके होंठ चूमता रहा औऱ फिर नीचे की तरफ आते हुए उसके दूध को चूमने लगा।
बारी बारी से उसके दोनों छोटे छोटे निप्पलों को अपने मुँह में भरकर बुरी तरह से चूसने लगा।
मैं दोनों हाथों से उसके दोनों दूध थामे हुए था और उसके दोनों निप्पलों को बारी बारी से चूस रहा था।
ऐना उस समय बिस्तर पर इधर उधर मचल रही थी और ‘आआह आआह ऊऊऊ ऊऊह ऊऊऊऊ यस यस’ की आवाज निकाल रही थी।
जल्द ही मैं भी अपने सारे कपड़े निकाल दिये और पूरी तरह से नंगा होकर उसके गोरे बदन के ऊपर चढ़ गया।
उसके दूध को काफी देर तक चूसने के बाद मैं अब और नीचे जाता गया और उसकी नाभि तक पहुँच कर उसकी नाभि में अपनी जीभ डालते हुए चाटने लगा।
अब मैं उसकी चूत तक पहुंच गया और उसके दोनों पैरों को दोनों हाथों से फैला दिया।
उसकी छोटी सी गुलाबी चूत खुलकर मेरे सामने आ गई। उसकी चूत इतनी खूबसूरत थी कि ऐसी चूत मैंने Coimbatore Escorts एजेंसी की हाई प्रोफाइल लड़कियों की ही देखी थी।
मैं तुरंत ही उसकी चूत में झुक गया और अपनी जीभ उसकी चूत में ऊपर नीचे चलाने लगा।
अपने दोनों हाथों से उसकी दोनों मखमली जाँघों को सहलाते हुए उसकी चूत को अपने मुँह में भर लिया और आम की फांक की तरह चूसने लगा।
मेरे ऐसा करने से ऐना बुरी तरह से मचल उठी।
वह पूरे बिस्तर पर इधर उधर मचल रही थी और मैं मस्ती से उसकी चूत चाट रहा था।

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मैं खुद इतना ज्यादा मदहोश हो गया था कि उसकी गांड को दोनों हाथों से हवा में उठा लिया था और गांड के छेद से लेकर उसकी चूत को बुरी तरह से चूस और चाट रहा था।
उसके जैसी चिकनी और खूबसूरत चूत को चाटने का जो मजा आ रहा था उसे मैं शब्दों में बयान नहीं कर सकता।
मन कर रहा था कि उसकी गांड और चूत को बस चाटता ही रहूँ।
करीब 15 मिनट तक बिना रुके उसकी चूत और गांड को चाटने के बाद ऐना इतनी ज्यादा बेताब हो गई थी कि उसने मेरे सर को पकड़कर मुझे अपने ऊपर लेटा लिया और जोर से बोली- फ़क मी आकाश … फक मी!
मैं भी अब काफी ज्यादा गर्म हो चुका था और अब मुझसे भी रहा नहीं जा रहा था।
मैंने उसके दोनों पैरों को अपने हाथों में फंसाकर हवा में उठा लिया जिससे उसकी चूत उठकर मेरे लंड के सामने आ गई।
ऐना ने अपना हाथ नीचे करते हुए मेरे लंड को थाम लिया और अपनी चूत में रगड़ने लगी।
मेरे लंड का साइज लगभग 7 इंच का है और मोटा भी इतना है कि ऐना की छोटी सी चूत के लिए काफी है।
इतना तो था कि मैं अपने लंड से ऐना को पूरी तरह से संतुष्ट कर सकता था।
ऐना ने मेरे लंड को अपनी चूत में रगड़ते हुए लंड के सुपारे को बाहर निकाल लिया और चूत के छेद में लगा लिया।
मैं ऐना के ऊपर लेट गया और उसकी जाँघों को उठाते हुए लंड पर जोर दिया।
क्योंकि ऐना पहले भी चुद चुकी थी इसलिए मेरा लंड आराम से फिसलता हुआ उसकी चूत में उतरता चला गया।
जल्द ही मेरा पूरा लंड उसकी चूत की गहराई तक उतर गया था।
कसम से दोस्तो … उसकी चूत अंदर से गजब की गर्म थी जिससे मेरे लंड का जोश और भी बढ़ गया।
उसके बाद मैंने आधा लंड बाहर निकालकर फिर से उसकी चूत में डाल दिया।
“ओ ओह आकाश … फ़क मी … फ़क मी हार्ड … प्लीज आकाश … फ़क मी ऊऊऊ ऊहह … आह आआह … ऊऊहऊ”
जिस तरह से ऐना मचल रही थी, मेरा भी जोश दुगना हो गया और मैं दनादन लंड को अंदर बाहर करते हुए उसे चोदने लगा।
ऐना मेरे सर को पकड़कर मेरे होंठ चूमने लगी और मैं बड़ी तेजी से उसे चोदने लगा।
मैंने अपने दोनों हाथों से उसके चूतड़ों को थाम लिया और हवा में उठा लिया.
और इसके बाद अपनी पूरी ताकत लगाकर दनादन चुदाई शुरू कर दी।
उस समय तक हम दोनों बहुत ज्यादा ही गर्म हो चुके थे और केवल 5 मिनट की चुदाई के बाद पहले ऐना और उसके बाद मैं भी झड़ गया।
काफी देर तक हम दोनों एक दूसरे से लिपटे हुए लेटे रहे और फिर अलग हुए।
ऐना ने एक कपड़े से अपनी चूत साफ की क्योंकि मैंने अपना पूरा पानी उसकी चूत के ऊपर ही निकाल दिया था।
सेक्स के बाद वो बाथरूम चली गई और मैं चुपचाप लेटा रहा।
बाथरूम से आकर ऐना वैसी ही नंगी मेरे सीने में सर रखकर लेट गईं।
दोस्तों ये थी मेरी कहानी जिसमे मैंने जर्मन लड़की को पहली बार चोदा.

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