देवर भाभी में हुआ सेक्स का खेल-Bhabhi Ki Chudai

देवर भाभी में हुआ सेक्स का खेल

हिंदी सेक्स स्टोरी मेरा नाम जिग्नेश है और मैं 28 साल का हूं। मैं अहमदाबाद का रहने वाला हूं मैं थोड़ा गोलू मोलू टाइप का हूं आज मैं मेरी पहली कहानी आपके सामने रख रहा हूं अगर मुझसे कोई गलती हो जाए तो मुझे माफ कर देना ये मेरी कहानी 13 साल पुरानी है और ये मेरी और मेरी भाभी की है उनका नाम कनिका है

उस समय मेरी उमर 15 साल थी और अब मैं आपको बोर ना करते हुए अपनी कहानी को शुरू करता हूं।’ गर्मी का समय था और मैं अपने गांव में गया हुआ था। वाहा मेरी चचेरी बहन की शादी में गया हुआ था। हमारे मामा जी का घर काफी छोटा था इसीलिये आस पास के घर में मेहमान लोगो का सोने का इंतज़ाम किया हुआ था।

जब मेरी भाभी घर आई तो वो मेरी मौसी की छोटी बहू थी वो बहुत ही चंचल थी उसकी उम्र 25 साल थी और मैं भी उस समय जवान हो गया था मुझे उसका फिगर का पता नहीं था पर वो दिखने में काफी ज्यादा खूबसूरत थी।

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मैं लंच कर रहा था और तब वो घर आई तो मुझे बहुत शर्म आ रही थी मैं अपनी नजरें झुका कर खाना खा रहा था तो भाभी बड़े प्यार से मुझे बोली  देवर जी अकेले अकेले लंच कर रहे हो मुझे भी खाना है।

तो मैं शर्माते हुए बोला  दीदी किचन में है जा कर ले लो भाभी – नहीं देवर जी मुझे तो तुम्हारे हाथों से खाना है तो भाभी मेरे सामने बैठ गई और वो मेरी प्लेट में से ही खाने लग गई फिर खाना खाने के बाद वो मजाक करने लग गई और वो बोली  आज तो मुझे देवर की प्लेट से खाना खा कर मजा ही आ गया अब तो मैं रात का भी खाना इनके साथ ही कहूंगी।

अब वो हंस रही थी पर मुझे समझ नहीं आ रहा था कि ये क्या हो रहा है और देखते ही देखते रात हो गई और बारात आ गई अब डिनर का टाइम हो गया था मेरी मम्मी ने मुझे कहा मम्मी – बेटा तुम रूम में ही खाना खा लो और उसके बाद यहीं पर सो जाना। रात को कहीं जाना मत समझे ना।

फिर हम सारे दोस्त बारात को देखने चले गए और मैं डिनर करने लग गया जब कनिका भाभी आईं तो मैं भी मजाक में बोला  आओ भाभी आपने कहा था कि आज आप मेरे साथ डिनर करोगी आ जाओ ये सुन कर वो हंसे लग गई और वो बोली  चलो देवर जी आप की गांड पूरी कर देती हूं।

फ़िर वो मेरे साथ बैठ कर डिनर करने लग गई। डिनर करने के बाद वो फिर से बोली  जिग्नेश यार तुम आज सोने वाले हो मैं  यही तुम हो भाभी  मुझे सब लोग शादी देखने के लिए बुला रहे हैं पर मुझे वहां नहीं जाना है आज मैं तुम्हारे साथ ही सो जाती हूं ठीक है।

मैं  ठीक है जहां पर एक मेहंदी का पैकेट पड़ा हुआ था तो उसे मजाक में कहा  ये किसकी है मैं  मुझे नहीं पता तो अब उन्हें मुझे मेहंदी लगाने की जिद करनी है तो मैं बोला  ठीक है पर नाम ही अपने हाथ पर लिखना बस।

फ़िर उन्हें मेरे एक हाथ पर जिग्नेश और दूसरे हाथ पर कनिका लिख दिया ये देख कर मुझे गुस्सा आया तो वो बोली मैं तुम्हारी दोस्त हूं ना ये सुन कर मैं चुप हो गया फिर मैं सो गया करीब रात के 12 बजे मेरी नींद टूटी। क्योंकि मुझे टॉयलेट में जाना था पर मुझे डर लग रहा था। 

क्योंकि उस समय हमारे घर में टॉयलेट नहीं था तो हमें बाहर जाना पड़ता था अब मैं सोच में पड़ गया कि अब मैं क्या करूं तो मैंने सोचा क्यों ना भाभी को बोल दूं तो मैंने भाभी को आवाज दी तो वो झट से उठ गई और वो बोली  हां क्या हुआ है 

मैं  भाभी मुझे अर्जेंट वाली आई है आपा प्लीज मेरे साथ चलो भाभी  कोई बात नहीं मैं तेरे साथ चलती हूं जब हम घर के बाहर आये तो मैं सोचने लगा कि मेरे हाथ पर तो मेहंदी लगी हुई है तो मैं अपनी जिप केसे खोलूंगा तो भाभी मेरी हालत देख कर बोली।

भाभी – क्या हुआ यार अब जल्दी करो ना फिर हमने सोना भी है मैं भाभी मेरे हाथ पर तो मेहंदी लगी है भाभी ठीक है रुको ये कहते ही भाभी आगे आ गईं और उन्होंने मुझे ज़िप खोलनी शुरू कर दी भाभी देवर जी कहां है आपकी बंदूक?

ये कह कर उन्हें मेरी पैंट में हाथ डाला और उन्हें मेरे लंड को बाहर निकाल लिया। मुझे उस समय बहुत गुड़ गुड़ी हो रही थी क्योंकि ये सब मेरे साथ पहली बार हो रहा था भाभी क्यों देवर जी शरम आ रही है क्या? चलो कोई बात नहीं जहां कोई नहीं है अब आप अपनी बंदूक मेरे हाथ में चलो।

फिर मैंने पेशब करना शुरू कर दिया जब मेरा पेशाब हो गया तो मैं बोला  बस हो गया अब उन्हें मेरा लंड हिलाना शुरू कर दिया जब मैंने उन्हें मना किया। तो उन्हें मेरा लंड मेरी पैंट में डाला और वो बोली  देवर जी मुझे भी अब अर्जेंट हो रही है तो मैं भी अभी कर लेती हूं मैं – ठीक है भाभी मैं उधर टर्न हो जाता हूँ।

पर उन्हें ऐसे करने से मना कर दिया क्योंकि उन्हें डर था कि यहां कोई आ ना जाए। फिर उन्होंने अपनी साड़ी को ऊपर किया भाभी ने गुलाबी रंग की पैंटी पहनी थी। फिर उनका पेशाब करना ख़त्म हुआ और हम दोनों फिर से वापस कमरे में आ गए। अब मुझे नींद नहीं आ रही थी क्योंकि वो शादी का घर था इसलिए थोड़ा बहुत शोर आ रहा था। 

फिर मैंने दरवाजे को लॉक कर लिया ताकि उसे कोई खोल न सके और बाहर से शोर थोड़ा कम आए तभी भाभी मजाक में बोली  क्यों देवर जी क्या करने वाले हो अब अपनी कनिका भाभी के साथ मैं  क्या भाभी मैं समझा नहीं अब वो हंसने लग गई और उनका पल्लू अब नीचे गिर गया तो मैं बोला  भाभी अपनी साड़ी को ऊपर कर लो 

भाभी – देवर जी थोड़ी शर्म कर लो मैं तुम्हारी भाभी हूं मैं – क्या हुआ भाभी भाभी – वेसे देवर जी भाभी और देवर बहुत अच्छे दोस्त होते हैं मैं – भाभी तो आप मुझे देवर जी मत बोला करो मेरा नाम जिग्नेश है तो मुझे ये हाय बोल कर पुकारा करो भाभी – ठीक है पर तुम्हें भी अब मुझे कनिका बोलना होगा मैं – पर आप मुझसे उमर में बड़ी हो मम्मी मुझे डांटेगी।

भाभी – अरे उनके सामने तुम मुझे भाभी बोलना ना मैं ठीक है अब मैं बैठ गया तो भाभी उठी और उनका दरवाजा एक बार चेक किया। फ़िर वो पास आई और अनहोन अपनी साड़ी को पूरा उतार दिया और अनहोन अपना ब्लाउज भी उतार दिया। अब भाभी सिर्फ पेटीकोट और ब्रा में साथ थी अब मुझे शर्म आ रही थी। 

पर अब मैं कुछ भी कर सकता था क्योंकि उन्हें मैंने पहले ही बता दिया था कि भाभी और मेरे पति को दर्द हो रहा है इसलिए अब मैं चुप रहूंगी भाभी जिग्नेश क्या तुम मुझसे ऐसे ही शर्मीले रहोगे मैं नहीं भाभी ऐसी कोई बात नहीं है भाभी – तो तुम भी अगर अपने कपड़े उतारना चाहो तो उतार दो मुझसे अब शरमाओ मत।

तो मैंने अपनी शर्ट को उतार दिया और अंडरवियर में मैं लेट गया। भाभी अब मेरे अंडरवियर को देख रही थी मैं क्या हुआ भाभी भाभी कुछ नहीं जिग्नेश मुख्य बोलो भाभी जिग्नेश तुम मेरा एक काम करोगे क्या मैं हां भाभी बोलो क्या काम है भाभी पहले तो तुम मुझे कनिका बोलो।

मैं हम्म ठीक है बोलो कनिका कनिका तुम्हें मेरे साथ खेलना पड़ेगा मैं कौन सा खेल भाभी सॉरी कनिका कनिका ये एक सीक्रेट खेल है इसके बारे में तुम किसी से कुछ बोलना मत मैं ठीक है कनिका प्रॉमिस कनिका तुम अपना अंडरवियर उतारो मैं नहीं भाभी।

कनिका – भाभी नहीं कनिका चलो जिग्नेश मैं जो कह रही हूं वो करो वरना मैं इसे खुद ही उतार दूंगी ये कहते ही उन्होंने मेरा अंडरवियर उतार दिया और मैं बिना अंडरवियर के एक अब शर्माते हुए बोला  हां अब बातो ये क्या खेल है कनिका ये बड़े लोगो का खेल है जिग्नेश।

ये कह कर वो अपना पेटीकोट उतारने लग गई हे भगवान अब भाभी अपनी ब्रा पैंटी मेरे सामने खड़ी हो कर उतारी। उस समय मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था मुझे पहली बार अपने शरीर में बिजली सी महसूस हो रही थी। वो बहुत ही अच्छी लग रही थी और अनहोन जेसे ही अपनी ब्रा उतारी तो उनके आम एक बांध से नीचे गिर गए जब उन्हें अपनी पैंटी को उतारना पड़ा तो हम पर काफी सारे बाल थे।

मैं कनिका ये आप क्या कर रही हो कनिका जिग्नेश मेरे पास आयो और इसे अपने मुँह में ले लो और मेरा दूध पी लो मैं लेकिन कनिका ये तुम्हारे बच्चे के लिए है ना कनिका जिग्नेश चुप चाप जो बोलती हूं वो करो तुम्हें भी अब इसमें मजा आएगा तो उन्हें अपना एक स्तन मेरे मुँह में दे दिया और मुझे वो काफी मस्त लग रहा था।

कनिका चूसो जिग्नेश चूसो ये कहते हुए उन्होंने मेरी गन को पकड़ लिया और वो उसे संभालने लग गई मैं ये क्या कर रही भाभी कनिका – चुप चाप चाटो मेरे स्तन जिग्नेश तुम्हें वो ही करना होगा जो मैं तुम्हें करने को कहूंगी मुझे अब धीरेधीरे हलचल होने लग गई और मेरा लंड तो उसने अपने मुँह में ले लिया।

मैं ची भाभी गंदी बात कनिका जिग्नेश याद यही तो तुम्हारी कुल्फी है इसे तो मैं जी भर कर चुसुंगी उन्हें चूसते हुए 10 मिनट हो गए थे तो मेरे अंदर कुछ हल चल होने लग गई मैं भाभी मुझे अर्जेंट हो रहा है ये सुनते ही कनिका और जोर जोर से करने लग गई और वो बोली जो भी करना है वो तुम मेरे मुँह में करो।

अब मुझ पर कंट्रोल नहीं हुआ और मेरा सब कुछ कनिका के मुंह से निकल गया। अन्होन यूज़ सारा का सारा पी लिया कनिका कूल जिग्नेश ये पहली बार सब के साथ होता है ये कह कर उन्हें मेरा लंड चूस कर साफ कर दिया और वो बोली  ये सब किसी को बोलना मत वरना तुम्हें और मुझे दोनों को मार पड़ेगी। और हम दोनों को हमारे घर वाले घर से बाहर निकाल देंगे।

फिर मैं चुप चाप सो गया और सुबह 4 बजे मुझे भाभी ने उठाया और वो बोली  अपने कपड़े पहन लो पर अब मैं गहरी नींद में था तो उन्हें मैंने अपने हाथों से मेरे सारे कपड़े पहन लिया फिर वो खुद भी त्यार हो गई और फिर उसने दरवाजा खोल लिया और वो इतनी गई वो रात बीत गई और सुबह जब मेरी आंख खुली तो मैंने देखा कि कनिका भाभी मेरे पास मेरे पास नहीं थी।

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फिर जब मैं घर के बाहर निकला तो पता चला कि वो अपने घर जा चुकी थी। मैं कन्फ्यूज हो गया कि मैं सपना देख रहा था हां वो सब सच था। फ़िर में बैंगलोर वापस आ गया। मेरा कॉलेज शुरू हो गया था लेकिन जब भी किसी लड़की को देखता था तो मुझे कनिका की याद आती थी।

फिर लगभाग 2 साल बाद मैं गांव वापस आया। इस बार मैं बहुत खुश थी क्योंकि इस बार मैं अपनी चचेरी बहन की शादी में जा रही थी और वह शादी कनिका भाभी के घर में थी। फिर जब में वहां पहुंच गई तो मैंने क्या देखा कि भाभी घर साफ कर रही थी। उनको देखते ही में उनको ‘नमस्ते भाभी’ बोल कर टच करने लगा। जैसे ही में आगे बढ़ गई। 

वो पीछे हट गई और उसने मुझे टच करने से मना कर दिया। फ़िर वो बोली कनिका भाभी देवर जी अब आप बड़े हो गए हो अब नमस्ते से काम नहीं चलेगा अब तो आंधी लगनी पड़ेगी और ये बोल कर कनिका भाभी हंसने लग गई ये सुन कर पास बैठी बड़ी भाभी (रानी) भी हंसने लगी। 

दोस्तो मैंने अपनी बड़ी भाभी के साथ भी आनंद लिया है और आपको वह कहानी भी चाहिए तो इस कहानी पर टिप्पणी करना। उसके बाद मैंने कनिका भाभी से कहा में भाभी मज़ाक मत करिये मुझे शर्म आती है फिर उन्हें अपने कमरे की तरफ इशारा किया और बोली।

कनिका भाभी देवर जी अपना सामान वहां रख दीजिए और फ्रेश हो जाइए तब तक मैं खाना लाती हूं में ठीक है भाभी और ये कह कर मैं चल गया। फिर जैसे ही मैं रूम में एंटर हुआ तो मैंने देखा कि भाभी ने सफाई करते हुए अपने सारे कपड़े वैसे ही छोड़ दिए थे। मैंने ज्यादा ध्यान नहीं दिया और में सीधा बाथरूम में चला गया।

फिर जैसे ही मैंने बाथरूम का दरवाज़ा खोला मैंने देखा कि 2 ब्रा और पैंटी वहाँ पर सुख रही थी। वो देख कर मुझे मुंह मारने का मन हुआ और में वही पैंटी हाथ में लेके शुरू हो गया। फिर काम ख़त्म होने के बाद मैंने सारा माल उनकी पैंटी में ही निकाल दिया और पैंटी को वही चोद दिया।

फिर में फ्रेश हो कर जैसे ही बाथरूम से बाहर निकला तो मेरी आंखें फटी की फटी रह गईं। बाहर भाभी सिर्फ पेटीकोट और ब्रा में खादी थी और फोन पर बात कर रही थी। फ़िर उनकी नज़र मुझ पर पड़ी। जैसा ही उन्होंने मुझे देखा तो मैंने अपनी नज़र नीचे कर ली और उनको सॉरी बोलने लगा। फिर भाभी ने कहा

कनिका भाभी क्यों देवर जी यहां कोई नहीं है तो आपको मुझे कनिका ही बोलना पड़ेगा वार्ना और ये बोल कर भाभी चुप हो गई फ़िर में बोला में ठीक है कनिका जी शायद आप ड्रेस चेंज कर रही थीं और मैं गलती से उसी टाइम बाथरूम से बाहर आ गया।

कनिका भाभी नहीं जिग्नेश मैं थक गई थी तो मैंने कपड़े निकाल दिए थे और तुम्हें इतना शरमाने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि तुमने पहले ही मुझे पूरा नंगा देखा हुआ है और ये बोल कर वो बाथरूम में चली गई फ़िर में मन ही मन हँसने लगा फिर मुझे अचानक ध्यान आया भाभी की पैंटी अभी अंदर ही पड़ी थी और उसमें मेरा माल भी लगा हुआ था। 

मुझे डर लग रहा था अगर भाभी पैंटी चेक करेंगी तो मैं मारा जाऊंगा फिर 10 मिनट के बाद भाभी बाथरूम में से बाहर निकली अब उन्हें सिर्फ तौलिया लपेटना हुआ था में उनको देख कर हेयरां रह गया और बोला में कनिका ये क्या आपके कपडे कहा है।

फिर कनिका भाभी बोली क्यों देवर जी? मेरी पैंटी से तो आपने अपनी बंदूक साफ कर ली तो अब मुझे तौलिये से ही काम चलाना पड़ रहा है में कनिका वाहा तो दूसरी भी चड्डी थी ना कनिका भाभी अरे देखो तो मेरा देवर अपनी भाभी का कितना ख्याल रख रहा है। आज कल वो बाथरूम में मेरी चड्ढिया भी काउंट कर लेता है।

में अरे नहीं यार ऐसा नहीं है। लेकिन मेरी टांग तो मत खींचो कनिका भाभी ठीक है देवर जी आप अपनी गन मुझे दे दीजिए। उसके बाद में आपकी टांग नहीं खींचेगी और ये बोल कर कनिका भाभी हंसने लगी फ़िर में बोला क्या भाभी क्या बंदूक की पहली मालिक आप ही हैं। पकड़ लीजिये इसको

फिर वो मेरी तरफ बढ़ी और मेरी शर्ट और पैंट को उतार दिया लेकिन उसने मेरा अंडरवियर छोड़ दिया फिर मैंने पूछामें क्या हुआ बंदूक नहीं उठानी है कनिका भाभी गन तो मुझे अपनी तारीख से उठानी है फ़िर भाभी ने अपना तौलिया नीचे गिरा दिया बाप रे इस बार तो पहले से ज्यादा मस्त लग रही थी उनके स्तन पहले से बड़े हो चुके थे और उन्हें अपनी चूत भी शेव करनी हुई थी। ऐसा लग रहा था जैसे वो अभीअभी बाथरूम में से चूत शेव करके आई थी।

फिर उन्होंने मुझे बिस्तर पर ऊपर लिटा दिया और मेरे मुँह पर चढ़ कर बैठ गयी। फिर उन्हें मुझे उनकी चूत को चाटना चाहिए। शायद उन्हें कोई स्प्रे लगाया हुआ था जिसका मुझे नशा सा होना शुरू हो गया था फ़िर में उनकी चूत चाटने लगा।

5 मिनट की चुत चटवाने के बाद वो मेरे नीचे आ गई और में उसके ऊपर आके चुत को चाटने लगा। में फर्स्ट टाइम किसी औरत की चूत चाट रहा था लेकिन ये मेरी खुशनसीबी थी कि वो औरत मेरी भाभी थी। फिर लगभाग 10 मिनट बाद जब में उठ तो भाभी बोली

कनिका भाभी वाह मेरे शेर आज तो तूने अपनी जुबान से मेरी चूत को फाड़ दिया आज तक मेरी चूत तुम्हारे भैया ने भी नहीं चाटी और आज तुमने मेरी चूत का स्वाद चख लिया में सच में कनिका भैया ने ये कभी नहीं किया कनिका भाभी नहीं कभी नहीं किया वो तो बस अपना लंड मेरे मुँह में डाल देता है। 

लेकिन तुम्हारी शायद चूत चाटने की काफी प्रैक्टिस हो चुकी है शहर में में नहीं भाभी आप तो मेरा सपना हो मई 2 साल से इसी दिन का इंतज़ार कर रहा था ये सुनते ही भाभी हंसने लगी और बोली भाभी चल झूठा में अरे भाभी आप की कसम ये सुनते ही भाभी बोली

कनिका भाभी अगर आप सच बोल रहे हैं तो आज मैं आपको स्वर्ग की सैर करवाती हूं ये बोल कर कनिका भाभी खड़ी हो गई और पंखे और कूलर का स्विच ऑन कर दिया कूलर और पंखा उसने इसलिए चलाया क्योंकि कमरे में गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ रही थी फिर भाभी ने अलमारी से एक कंडोम का पैकेट निकाला। 

इसने पहले मैंने कभी कंडोम का पैकेट असल में नहीं देखा था और सिर्फ टीवी पर ही देखा था में क्या हुआ भाभी पंखा ही ठीक था। आपने ये कूलर क्यों चालू कर दिया? कितनी आवाज कर रहा है कनिका भाभी जिग्नेश तुम्हारी रानी भाभी के कमरे के साथ में ही है कूलर की वजह से कमरे का साउंड बाहर नहीं जाएगा।

फिर ये कहकर मेरा अंडरवियर उतार दो फिर भाभी मेरा लंड देख कर बोली कनिका भाभी ये क्या जिग्नेश 2 सालो में इतनी सुधार कैसे और ये बोल कर भाभी हंसने लग गई। मेरे लंड पर काफ़ी बाल थे क्योंकि मुझे पता नहीं था कि इतनी जल्दी मुझे सेक्स करने को मिलने वाला था फ़िर भाभी ने मेरा लंड पकड़ा और मुझे बाथरूम में ले गयी फिर उन्हें मेरे लंड के बाल शेव कर दिए और हम दोनों वापस रूम में आ गए।

सच बोलो दोस्तो तो हमारे दिन भाभी मेरे लिए किसी सेक्स टीचर से कम नहीं थी फ़िर भाभी ने मेरा लंड अपने मुँह में भर लिया मेरे लंड पर से सारा पानी चाट लिया और मुझे ब्लोजॉब देनी शुरू कर दी 10 मिनट बाद जब मेरे अंदर कुछ हलचल होने लगी तो वो रुक गई और उन्हें मेरा लंड अपने मुँह से बाहर निकाल लिया फ़िर वो बोली।

कनिका भाभी ये हो गई हमारी सेफ्टी अब तुम जरा भी मत डरना और अब फाड़ दो अपनी कनिका भाभी की चूत ये बोल कर उन्हें अपने लंड को अपनी चूत के मुँह पर सेट कर लिया और मेरा लंड अंदरबाहर करने लगा। तभी भाभी बोली

कनिका भाभी ज़ोर से कर जिग्नेश मुझे दर्द होना चाहिए फिर मैंने अपना पूरा ज़ोर लगा कर अपना लंड उसकी चूत में घुसा दिया। जैसा ही लंड उसकी चूत में गया तो वो चिल्ला उठी और बोली कनिका भाभी अब मजा आएगा मेरी जान इसी तरह से चोद मुझे

फिर मैंने दोबारा से पूरा लंड बाहर निकाला और एकदम से अंदर डाल दिया इसे भाभी चिल्लाने लगी और मुझे गालियाँ देने लगी। भाभी बोली कनिका भाभी बहनचोद अपने लंड की गर्मी से क्या अपनी बहन की प्यास बुझायेगा या किसी और की प्यास बुझायेगा। चोद मुझे ज़ोर से

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ये सुनते ही मुझे गुस्सा आ गया और में बोला में अबे साली रंडी तेरी माँ को या तेरी बहन को चोद कर मैंने ट्रेनिंग नहीं ली है आज मैं पहली बार कर रहा हूँ कनिका भाभी इसीलिये हाय तो तुझे बहनचोद बोल रही हूँ आज तुझे जो करना है कर ले मेरा जिस्म का हर एक टुकड़ा आज तेरे लिए ही है। अगर आज तू मुझे खुश करेगा तो तुझसे तेरी बहन को भी

ये सुनते ही मैंने उसकी चूत में उंगली डाली और उसके होठों पर किस करने लगा फिर वो धीरेधीरे नशे में डूबने लग गई माई उसके स्तन चुनने लगा और उसने मेरा लंड चूत से निकाल कर मुँह में ले लिया आप कल्पना कर सकते हैं कि मेरे एक हाथ में उसका उल्लू था और मेरा दूसरा हाथ उसकी चूत में था। अब हम 69 पोजीशन में हैं उसके मुँह में लंड था और वो ज़ोरज़ोर से उसको चूस रही थी।

फिर लगभाग 10 मिनट बाद मैंने उसको सीधा किया और अपना लंड पूरी ताकत से उसकी चूत में डाला और निकाला वो उछलने लग गई और आअहह आअहह आहह की सिस्कारिया भरने लगी वो ज़ोरज़ोर से चीखने लगी थी फिर तकरीबन 15 मिनट बाद मैं झड़ने वाला था मैंने अपना लंड उसकी चूत से निकाल लिया और कंडोम भी निकाल दिया फिर मैंने अपना सारा माल कनिका भाभी के ऊपर पिचकारी की तरह निकलने लगा और वो हंसने लग गई।

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