बड़े चुचे वाली चाची की चुदाई-Chachi Ki Chudai

बड़े चुचे वाली चाची की चुदाई

मेरा नाम अनिल है और मैं यू.पी. का रहने वाला हूं, मेरे घर में हम तीन लोग रहते हैं। मैं और मेरे पापा मम्मी, मेरी उमर 22 साल हैं। मेरी हाइट 5’10 इंच है और मेरा रंग गोरा है। मेरी बॉडी एथलेटिक है, क्योंकि मैं स्पोर्ट्स काफी खेलता हूं। मेरा लंड 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है।

मेरे पापा पुणे में एक प्राइवेट नौकरी करते हैं, और वो छुट्टियों में ही घर आते हैं। मेरी माँ एक हाउस वाइफ है और उनका नाम हेमा है। उनकी उम्र 45 साल है और उनका रंग गोरा है। उनकी हाइट 5’6 फीट है और उनका सेक्सी फिगर साइज 36-32-40 है। उनका जिस्म बहुत ही गठीला है.

उनको देखते ही लंड खड़ा हो जाता है, और ये बात तब की है जब मेरे वीं कक्षा की परीक्षा हो गई थी। टैब मेरी छुट्टियाँ चल रही थी, तो मुझे मेरी माँ बोली – चलो बेटा गाँव चलते हैं, वे भी बहुत दिन हो गए हैं।

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मैंने भी उन्हें हां कर दी, मुझे गांव में हुआ हुआ काफी टाइम हो गया था। मैंने माँ और अपनी टिकट बुक कर ली, और हमारी रात की थी। मेरा गांव शहर से करीब 400 किमी दूर है, और बस से जाने में 10 घंटे लग जाते हैं।

तो मैंने आखिरी वाली स्लीपर सीट बुक कर ली थी, मेरा और मम्मी का एक ही बर्थ था। तोह हम दोनों साथ में ही लेट गए, मैं मोबाइल हमसे कर रहा था। मम्मी को नींद आ गई और वो सोने लग गई। मैं थोड़ा खुश था कि मुझे इतने समय बाद गांव जाने का मौका मिला रहा था।

क्योंकि जब मेरे चाचा चाची रहते हैं, और मेरे चाचा की उम्र 40 साल है। वो खेती करते हैं और मेरी चाची की उम्र 30 साल के करीब है, और वो थोड़ी सी सवाली है। उनकी उम्र 5’4 फीट है और उनका सेक्सी फिगर साइज 38-32-40 है।

उनके स्तन काफी बड़े हैं और उनकी गांड भी बाहर की और निकली हुई है। उनकी गांड एक दम फुटबॉल जैसी थी, और वो मटक मटक कर चलती है। उनको देखते ही मेरा लंड खड़ा हो जाता है, उनका कोई बच्चा नहीं है। मैं कब से उनको चोदना चाहता था, खैर सुबह मैं और मम्मी गांव में पहुंच गईं।

मैंने चाचा जी के पाओ चुए, और चाची ने जिसे ही मुझे देखा तो उन्हें मुझे गले लगा लिया। उनके मोटे मोटे स्तन अपनी छाती में दबा कर मजा आ गया। मैंने भी उनको अपनी बाहों में भर लिया, मेरी उनसे बहुत बनती थी।

हम ताजा हुए और चाय पीने लग गए, फिर मैं खेतो की तरफ निकला गया। इस बार मेरा मन चाची को चोदने का था, मैं घुमते हुए उसका प्लान बनने लग गया। फिर मैं घर आया और चाची को ढूंढने लग गया, वो किचन में खाना बना रही थी।

फिर मैं मम्मी को देखने लग गया, और वो बाथरूम में थी चाचा खेत के लिए निकल गए, और मैं चुपके से गया और चाची को पीछे जा कर उनको डरा दिया तो वो उछल कर मेरे पर आ गई, मैंने उनको कस कर पकड़ लिया और उनकी बॉडी मुझसे चिपक गई। मैं उनकी मोटी गांड अपने लंड पर दबाने लग गया।

चाची – तूने तो मुझे डरा ही दिया मैं- वही तो करना था फिर मैंने हंसे लग गया और मैंने उन्हें कस कर पकड़ लिया। मेरा लंड चाची की गांड पर रगड़ने से टाइट होने लग गया। चाची को वो थोड़ा फील होने लग गया, तो मैं बोला मैं- चाची आप क्या बना रही हो।

अब मैं ऊपर से उनके स्तनों को देख रहा था, क्योंकि मेरी ऊंचाई उनसे ज्यादा थी चाची – रोटी बनी है मैंने अभी भी उनके पीछे से पकड़ा हुआ था, उनकी गांड में अब मेरा लंड चिपक रहा था पर चाची कुछ भी नहीं बोल रही थी, मैंने भी उन्हें छोड़ा नहीं फिर मम्मी आ गई तो मैं थोड़ा पीछे हुआ, मम्मी ने मुझसे पूछा – यहां तू क्या कर रहा है चाची – ये मुझे परेशान कर रहा है।

फिर हम सब हसने लग गए, और मैं जहां से निकल गया, फिर मुझे लगा कि चाची ने मुझसे रोका नहीं। इसका मतलब चाची का भी इसमें इंटरेस्ट है। मैं उसने फ़्लर्ट करने लग गया, और उनको अक्सर दबाया और उनकी गांड में लंड चबाया था।

मैं उनको बाथरूम में नहाते हुए देखता हूं, और मुंह मारता हूं। उनको भी पता था कि मैं ये सब कर रहा हूं। शायद उनको भी मजा आ रहा था, इसलिए उन्होंने मुझसे रोका नहीं। रात को चाचा बहार सोते मैं मम्मी और चाची अंदर सोते थे। ऐसे 3-4 दिन निकल गए, और एक दिन हम सब सो रहे थे। तो रात को बारिश होने लग गई, और ठंड भी बढ़ गई।

चाची – मेरे पास 3 कंबल है, एक इसके चाचा को दे दिया है। एक आप को और मेरे वाला बड़ा है, इसलिए हम दोनों इसे शेयर कर लेंगे।

मैं ये सुन कर काफी खुश हो गया, क्योंकि चाची के साथ मुझे एक ही कंबल में सोने का मोका मिल रहा था। फिर हम लेट गए और करीब 12 बजे मैं उठा और मैं चाची की तरफ घूम गया। चाची की गांड मेरी तरफ थी, मैंने अपना लंड बॉक्सर से बाहर निकाला और चाची की कमर पर मैंने हाथ रख दिया।

अब धीरे से मैं उनसे चिपकने लग गया, अब मेरा लंड उनकी गांड से टकराने लग गया। मैंने लंड थोड़ा सा सेट किया, और उनकी गांड की दरार में रगड़ने लग गया। चाची ने गाउन पहनना हुआ था, फिर मुझे एहसास हुआ कि चाची ने पैंटी नहीं पहनी है।

मैं और ज्यादा खुश हो गया, अब मैंने अपना हाथ धीरे से सरका कर उनके बूब्ज़ के पास ले लिया और हमारे ऊपर हाथ रख दिया। अब मैं सोने का नाटक करने लग गया। चाची ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, फिर मैंने हल्का सा उनका स्तन दबाया तो फिर से उनका कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। तो मैं हाथ नीचे ले गया, और उनका गाउन ऊपर करने लग गया।

वे पहले ही उनके घुटनों तक थे, मैंने इतना ऊपर किया कि मेरा लंड उनकी नंगी गांड को टच हो जाए। फिर मैंने अपना खड़ा लंड उनकी जांघों के बीच में डाल दिया। अब मेरा लंड उनकी गांड के पास आ गया, और चूत की गर्मी अपना लंड मुझे महसूस हो रही थी।

मेरा लंड और टाइट हो गया था, मैंने उनकी चूत पर अपना लंड टच किया तो वो थोड़ा सी हिल गई। इसे मैं डर गया और मैं थोड़ी देर तक सोने की एक्टिंग करने लग गया। फिर मैंने अपना एक हाथ उनकी कमर पर रखा, और धीरे से लंड उनकी चूत के अंदर डालने लग गया।

तो उनके मुँह से हल्की सी सिस्की निकल गई, मैं फिर से डर गया और पीछे हो गया। तो फिर वो सीधी हो कर लेट गई, पर उनका गाउन अभी भी ऊपर था। मैंने अपना हाथ उनकी नन्ही जांघ पर रखा और धीरे से उनकी चूत की तरफ जाने लग गया।

उनकी चूत को हल्का सा मैंने टच किया, तो वो थोड़ी सी सिस्की फिर से लेने लग गई। मैंने महसूस किया कि उनकी चूत थोड़ी गीली हो चुकी है, तो मुझे लगा कि चाची जाग रही है। तो मैं धीरे से उनकी चूत में उंगली घुमाने लग गया, अब उनकी सिस्किया लगती आ रही थी।

तो मैंने उनके हाथ को उठाया और अपने लंड पर रख दिया, तो उन्होंने मेरे लंड को धीरे से अपनी मुट्ठी में पकड़ लिया। मैं अब शुरू हो गया, अब चाची की चूत को दर्द से छूने लग गया। तो वो भी मेरे लंड को मसलने लग गयी, और हल्की हल्की सिसिकियाँ लेने लग गयी।

मैंने उनके गाउन के ऊपर के बटन खोले चाची ने ब्रा नहीं पहनी थी, और उनके स्तनों को मैं हल्के से दबाने लग गया। अब चाची ने मेरी तरफ मुँह कर लिया था, तो मैं उन्हें किस करने का सोचने लग गया। मैं उनके हौंथों के पास अपने हौंथ ले गया, और उन्हें हल्का सा किस करने लग गया।

उनका रिस्पॉन्स नहीं आया वो बस मेरा लंड हल्के से मसल रही थी, फिर मैं उससे थोड़ा चिपक गया। मैंने अपनी जोड़ी उनके जोड़ी के बीच में डाल दी। अब उनके नंगे स्तन मेरी नई छाती पर दब रहे थे। मैं उनको दर्द से किस करने लग गया, तो उन्हें मुझे थोड़ा दूर किया और वो कान में बोली।

चाची – चलो दूसरे रूम में चलते हैं मैं- ठीक है फिर वो धीरे से उठी और मैं उनके पीछे हो लिया, हम एक अंदर वाले कमरे में आ गए। जब एक बिस्तर भी था जिसे ही चाची ने दरवाजा लगाया। तो मैं उन पर टूट पड़ा, मैं उनको दबाने लग गया, मैं उनको किस करने लग गया।

वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी, फिर मैंने उनकी गांड को गाउन के ऊपर से दबाना शुरू कर दिया। मैं उनकी गर्दन पर किस कर रहा था, और उसे कटने लग गया। अब वो बोली- आअहह आहा धीरे करो आअहह आहा मैं- चाची बहुत कोशिश करने के बाद आज तुम मिली हो, आहा चाची तुमने क्या जिस्म पाया है।

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ये बोल कर मैंने उन्हें घुमाया और पीछे से मैं उनके स्तन दबाने लग गया। उनकी गांड पर मैं अपना लंड मसल रहा था, और वो आह आह की आवाजें निकाल रही थी। मैंने उनका गाउन उतार दिया और फिर मैंने अपना बॉक्सर भी उतार दिया।

चाची – तेरा लंड तो बहुत बड़ा है मैं – ये तुम्हारे लिए ही तैयार है अब वो हल्की सी हंसी और मेरे लंड को मुट्ठी में ले कर मसलने लग गई, मैंने उनको बिस्तर पर लेटा दिया और उनके ऊपर मैं आ गया। अब मैं उनके स्तनों को दबाने और चूसने लग गया चाची – आहह आहह और जोर से दबा बेटा आहह आहह

फ़िर मैं उनके पेट पर किस करता उनकी चूत के पास आ गया, उस पर हल्के हल्के बाल थे अब मैं उनकी चूत को जीभ से चाटने लग गई और चाची मेरा सर पकड़ कर अपनी चूत पर दबने लग गई चाची – आह्ह ओह्ह बेटा ऐसे चाट मेरी चूत को, आह्ह बहुत दिनों बाद ऐसा मजा मिल रहा है।

करीब 10 मिनट में चुत चटवाने के बाद चाची बोलीं- बेटा अब सहा नहीं जा रहा है, अब अपना लंड डाल दे और वो मुझे चोद दे। मेरी चूत में बहुत आग लगी है, जल्दी से चोद दे मुझे मैं- चाची आज तुम्हारी मैं सारी आग बुझा दूंगा।

अब मैं चाची के ऊपर आ गया, चाची ने अपनी जोड़ी मेरी कमर में डाल दी। मैंने अपना लंड उनकी चूत पर सेट किया और मैंने एक ही धक्के में अपना आधा लंड अंदर डाल दिया। इससे चाची पूरी हिल गई, उनके मुंह से अब हल्की सी चीख निकल गई।

वो ज्यादा जोर से चिल्लाती थी तो मम्मी भी उठती थी, तो मैं थोड़ा रुक कर उनको किस करने लग गया। फिर मैंने एक धक्के में पूरा लंड उनकी चूत में उतार दिया, इस बार वो गाल नहीं पाई। क्योंकि मैं उनको किस कर रहा था, थोड़ी देर रुक कर मैं धीरे-धीरे अपनी कमर आगे पीछे करने लग गया।

चाची – आहह आहह चोद बेटे दर्द से चोद और अंदर तक डाल दे अपना लंड आहह आहह मैं- आहह आह चाची क्या मस्त है तू, तेरी चूत कितनी टाइट है चाची – आह्ह तेरा लंड भी कितना बड़ा और मोटा है, इतना बड़ा लंड मैंने कभी अपनी चूत में नहीं लिया है। आह चल अब अपनी स्पीड तेज़ कर दे और मुझे जोर जोर से चोद।

अब मैं उन्हें जोर जोर से चोदने लग गया, चाची भी नीचे से अपनी गांड उछालने लग गई। अब कमरे में थप थप आअहह अहा उफ़ की आवाज़ गूंज रही थी चाची – आअहह बेटे मुझे चोद मेरी चूत फाड़ दे आज अपने मोटे लंड से आअहह आहा, धीरे धीरे बेटा मैं मर जाउंगी आअहह आहाह. तेरे चाचा का लंड तो तेरे लंड से भी आधा है, और वो सिर्फ 2 मिनट में ही झड़ जाता है।

फिर मैंने उनको कुतिया बनाने को कहा, तो वो झट से पलट गई। अब उन्हें अपनी गांड को ऊपर उठा लिया, अब मैं अपने लंड से उनकी चूत में डाल दूँगा। अब उनके कमर को पकड़ कर उन्हें चोदने लग गया.. और वो बोली- आह्ह आह्ह अनिल तू कितना मस्त चोदता है आह्ह।

अब मैं उनकी गांड को पकड़ कर चोद रहा था, मेरा लंड पूरा उनकी चूत में जा रहा था उनकी जांघों से मेरी जांघों तक टकरा रही थी, और कमरे में अब थप थप की जोर जोर से आवाज आ रही थी। फिर मैंने उनको दोनों स्तन पकड़ कर पीछे से जोर जोर से धक्के मारने लग गए करीब 20 मिनट बाद मेरा पानी निकलने वाला था।

मैं- चाची खां निकलूं चाची – अन्दर ही निकल दे मैंने अब अपनी स्पीड तेज कर दी, और मैंने उनकी चूत को पूरा भर दिया। अब मैं उनके ऊपर ही लेट गया. वो भी वेसे ही मेरे ऊपर पढ़ो राही फिर हम अलग हुए और मैं बोला – मजा आया।

चाची – बहुत मजा आया मैं- एक बार और करते हैं चाची – अभी नहीं, सुबह होने वाली है, तेरे चाचा अभी उठने वाले हैं। हम बाद में करते हैं मैं- ठीक है फिर मैंने उन्हें थोड़ा किस किया और फिर हम

अपने कपड़े पहन कर अपने कंबल में आ कर घुस गए। मैं अपना हाथ उनकी चूत पर रख कर सोने लग गया। वो सुबह मुझसे पहले उठ गई, मैं उठा तो मम्मी चाय ले कर आई।

मम्मी- बेटा रात को नींद कैसी आई मैं- अच्छी आई थोड़ी देर में चाचा आए और वो बोले – मुझे जरूर काम से शहर जाना है, तो मैं शाम तक ही आऊंगा। बेटा अनिल तुम आज खेत देख लेना मैं- ठीक है जहां खेत में एक छोटा सा कमरा था, और वो खेत में एक टीले पर बना हुआ था। जहां से हमारा पूरा खेत दिख जाता है, और हम जानवर पर जहां से नजर रखते हैं।

मैं- चाची आप मेरा खाना ले कर आ जाना चाची- ठीक है फ़िर मैं कहाँ पहुँच गया और चाची का इंतज़ार करने लग गया डॉफ़र को चाची खाना ले कर आई मैंने दरवाजा बंद दिया और खाने को मैंने साइड में रख दिया अब मैं चाची को पकड़ कर किस करने लग गया, और उनकी गांड को दबाने लग गया। ये कहानी आप हमारी वासना पढ़ रहे हैं।

चाची- पहला खाना तो खालो मैं- आज मैं तुम्हारी चूत को खाऊंगा तो वो हंसे लग गई, उनको साड़ी पहन राखी थी। तो मैंने उनकी साड़ी को खोल दिया, और पीछे से आ कर मैंने उनके ब्लाउज के ऊपर से उनके स्तनों को दबाने लग गया। अब चाची पूरी तरह से लग गई, और मुझे भी अच्छा लग रहा था। 

अब मैंने उनका ब्लाउज खोलना शुरू कर दिया, तो वो बोली- नहीं अगर कोई आ गया तो दिक्कत आ जाएगी मैं- ठीक है फिर मैंने उन्हें मंजे पर ले लिया, अब मैं उनके जिस्म को चूमने लग गया अब वो भी सिसकियाँ ले रही थी, और मैं उनका पेटीकोट उठा कर उनकी चूत को चाटना शुरू कर दिया। 

वो बहुत गरम हो गई और मैं सर अपनी चूत में घुस गई फिर मैंने अपने सारे कपड़े उतारे और उनके मुँह के पास अपना लंड ले गया मैं- इसको चूसो तो पहले चाची ने मन किया पर फिर वो मन गई, और 10 मिनट का लंड चुसवाने के बाद मैं उनके ऊपर चढ़ गया। अब मैंने अपना लंड उनकी चूत में डाल कर धक्के मारने लग गया। 

अब मैं उनको चोदने लग गया, फिर मैंने स्पीड तेज़ कर दी और उन्हें मैं जोर जोर से चोदने लग गया वो भी आला से उछल उछल कर चुदवाने लग गयी चाची – आहह आहह बेटे चोद और जोर से चोद आहह मर गई, कितना अच्छा चोदता है तू आहह आहह आज फाड़ दे अपनी चाची की चूत को आहह।

चाची की बातें सुन कर मैं और जोश में आ गया, और उनको मैं बहुत तेजी से चोदने लग गया। अब वो चिकने लग गई, और वो बोली- आह्ह बेटे जी भर कर चोद आज अपनी चाची को कुछ देर बाद मैं रुका और मैंने उनको कुतिया बना दिया, अब वो झट से पलट कर मेरे सामने अपनी गांड करके घोड़ी बन गई।

मैं- चाची आज मुझे आपकी गांड मरनी है चाची – गांड में बहुत दर्द होगा मैं- कुछ नहीं होगा फिर मैंने काफी सारा थूक उनकी गांड पर डाला, और अपना लंड उनकी गांड पर लगा कर धीरे-धीरे से उसमें डालने लग गया। वो मुझे मना कर रही है फिर भी मैं नहीं रुका और उनको काफी दर्द हो रहा था। धीरे-धीरे मैंने अपना पूरा लंड उनकी गांड में डाल दिया। 

अब उनकी आह आह आह की आवाज कम हो रही थी मैंने उनके स्तनों को दबाना शुरू कर दिया। फिर वो सामान्य हुई तो धीरे-धीरे मैं अपना लंड अंदर बाहर करने लग गया। अब उनका दर्द कम हुआ तो वो सिस्किया लेने लग गई, तो मैंने अपनी स्पीड तेज़ कर दी।

मैंने उनको दीवार की तरफ से घोड़ी बनाया और खड़े हो कर उनकी गांड मारने लग गया। वो भी मस्ती से अपनी गांड मरवा रही थी, उनकी गांड कुछ ज्यादा ही टाइट थी करीब 10 मिनट में हाय मैं उनकी गांड में हाय झड़ गया, और थोड़ी देर में अपना लंड मैंने उनकी गांड से बाहर निकाल लिया। 

वो काफ़ी थल गयी थी, और उनकी गांड भी काफ़ी दर्द कर रही थी तो वो थोड़ी देर लेती रही, और वो बोली – हाय तूने तो आज मेरी जान ही निकल दी अब मुझसे चलेगा तक नहीं जाएगा। तू पूरा जानवर है हरामी वाला मैं- अब अगली बार दर्द नहीं होगा।

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फिर मैं खाना खाने लग गया, खाना खा कर मेरा फिर से मन हुआ तो वो मन करने लग गई, और कपड़े पहनने लग गई। वो अपनी साड़ी पहन कर जाने लगी, तो उनकी चाल ही बदल गई थी शाम को चाचा आये मैं भी घर आ गया था वो बोले- बेटा तुम्हें कोई दिक्कत तो नहीं हुई ना? मैंने चाची की तरफ देखा तो मैं बोला- नहीं मुझे कोई दिक्कत नहीं हुई।

फिर मैंने उनको रात में दोबारा से 2 बार चोदा और उनकी गांड भी मारी अब मैं उनको हमेशा मोका देख कर चोद देता हूँ, और वो भी मुझसे हमेशा अच्छे से चुदती है। हम 2 महीने तक चाची के घर रुके और मैंने लगतार उनको चोदा। मम्मी को थक शक भी होने लग गया था, क्योंकि हमारी आदतें ही ऐसी ही थीं।

उन्हें एक बार हम दोनो को चुपके से चुदाई करते हुए भी देख लिया था। पर वो कुछ नहीं बोली और 3 महीने बाद पता चला कि चाची माँ बनने वाली है। तोह सब घर में खुश हो गए, क्योंकि वो माँ बनने वाली थी। चाचा भी काफी खुश थे, उनको लगा कि ये उनका बच्चा है।

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