चाची की चूत की पलंगतोड़ चुदाई-Chachi Ki Chudai

चाची की चूत की पलंगतोड़ चुदाई

देसी चाची का नंगा बदन तब देखा जब मैं चाची के घर गया और चाची आंगन में बैठ कर नहा रही थी चाची का नंगा बदन भीगा हुआ था जिसे देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया मैं रोशन चूत और लंड के सभी खिलाड़ियों को मेरा प्रणाम मैं 21 साल का नौजवान लौंडा हूं। 

मेरा हथियार 7 इंच लम्बा है जो किसी भी चूत की गहराई में उतर कर उसका पानी निकाल सकता है अभी मैं कॉलेज में हूं और कॉलेज में मैंने लंड की प्यास बुझाने की कोशिश की लेकिन मेरे लन्ड को चूत नसीब नहीं हुई मेरा लन्ड चूत में घुसने के लिए बुरी तरह से तड़प रहा था मैं लंड का पानी निकाल निकालकर काम चला रहा था।

तभी मैं दीपावली से पहले मेरे गांव आ गया गांव में दीपावली की तैयारियां चल रही थी, सभी घरों में साफ सफाई का काम चल रहा था हमारे घर के पास में ही मेरी सबसे छोटी चाची रहती है मेरी छोटी चाची गोरी चिकनी बिंदास माल है लेकिन मैंने कभी चाची को चोदने के बारे में नहीं सोचा मैं उनके घर पर ऐसे ही आता जाता रहता था।

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चाची अपने कामों में लगी रहती थी कभी कभी मुझे बूब्स का नज़ारा देखने को मिल जाता था लेकिन मैं सिर्फ नज़ारा देखकर ही रह जाता था आगे कुछ करने की मेरी कभी हिम्मत नहीं हुई एक दिन दोपहर में मैं ऐसे चाची के घर गया जैसे ही मैंने गेट खोला तो चाची का नज़ारा देखकर मैं एकदम से ठहर गया और मेरा लन्ड बुरी तरह से तन गया।

उस टाइम देसी चाची ब्लाउज उतारकर नहा रही थी ऊपर से चाची पूरी नंगी थी उनके बड़े बड़े बूब्स लटके हुए थे चाची का पूरा बदन भीगा हुआ था चाची के नंगे बदन के इस नजारे ने मेरे लन्ड में आग लगा दी तभी चाची की नजर मेरे ऊपर पड़ी और मुझे उनके पास देखकर हक्की बक्की रह गई।

मुझे देखकर चाची के चेहरे की हवाइयां उड़ चुकी थी उन्होंने अपने बूब्स को ढक लिया फिर बड़ी मुश्किल से चाची ने खुद को सम्हाला चाची– तू कब आया मैं– मैं तो अभी ही आया हूं वो गेट खुला हुआ था तो मैं सीधा अंदर ही आ गया चाची– हां वो मैं गेट अंदर से बंद करना भूल गई थी।

तभी मेरा दिमाग दौड़ा और मैंने सोचा अगर देसी चाची का नज़ारा और देखना है तो बेशर्म होकर यही बैठ जा साला कम से कम देखने को तो मिलेगा तभी मैंने चाची से कहा– चाची आप नहा लो मैं यही बैठ जाता हूं घर पर भी मैं बोर हो रहा हूं मैं बेशर्म होकर बरामदे में बैठ गया और चाची कुछ नहीं कह पाई।

अब चाची ने मजबूर होकर मुंह गेट की तरफ कर लिया और पीठ मेरी तरफ कर दी चाची नहाने लगी मैं चाची की नंगी पीठ को देख देखकर लंड मसलने लगा चाची को नहाते हुए देखने में मुझे बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था चाची के जिस्म पर पानी की बूंदें टपक रही थी थोड़ी देर बाद चाची नहा चुकी थी चाची का नंगा बदन देखने में मेरे लन्ड की हालत खराब हो रही थी।

अब चाची को कपड़े बदलने थे चाची ने ऊपर से पेटीकोट पहना और गीले पेटीकोट को खोल दिया अब चाची ने ब्रा पहनकर ब्लाउज पहन लिया फिर चाची ने साड़ी पहन ली चाची ने कपड़े धोकर मेरे सामने तार पर उनकी पैंटी और ब्रा सुखाई मेरा दिल करने लगा इस ब्रा और पैंटी को मैं ही ले लूं लेकिन फिलहाल इतनी हिम्मत नहीं थी।

फिर चाची अंदर गई और पैंटी पहन कर बाहर आई चाची मुझसे नज़र नहीं मिला रही थी वे इधर उधर का काम करने लगी लेकिन मेरी नज़र अब चाची पर ही टिकी हुई थी मेरा लन्ड बुरी तरह से तना हुआ था चाची और मैं हम दोनों ही चुप थे अब मुझसे लंड कंट्रोल करना मुश्किल हो रहा था तभी मेरे लन्ड का माल निकल गया और मैं ढीला पड़ गया।

चाची बिल्कुल चुप थी तभी मैं बात को सम्हालते हुए चाची से बातचीत करने लगा– चाची अगर आपको बुरा लगा हो तो सॉरी चाची– अरे ऐसे बात नहीं है रोशन तू अच्छा लड़का है मैं अच्छी तरह से जानती हूं मैं– लेकिन फिर भी चाची चाची– अरे यार कुछ नहीं बस आगे से गेट खटका कर आना मैं– ठीक है चाची।

फिर चाची ने हमारे लिए चाय बनाई और मैं चाय पीकर घर आ गया घर आने के बाद रात में चाची के जिस्म का नंगा नज़ारा मेरे सामने घूमने लगा मैं बार बार चाची को चोदने के बारे में सोच रहा था लेकिन दिल गवाही नहीं दे रहा था चाची के जिस्म का नज़ारा मेरे लन्ड को चैन नहीं लेने दे रहा था तभी मैंने पक्का इरादा कर लिया कि अब चाची को चोदना ही है।

मेरी योगिता चाची लगभग 36 साल की है चाची का सेक्सी जिस्म बहुत ही ज्यादा कातिल मज़ेदार है चाची बहुत ज्यादा गोरी चिकनी है उनके जिस्म पर भरपूर जवानी चढ़ी हुई है उनके जिस्म का कतरा कतरा रस से भरा हुआ है वे ऊपर से लेकर नीचे तक पूरी फूल की तरह फूली हुई है चाची के बड़े बड़े बूब्स लगभग 34 के हैं। 

उनके बूब्स बड़े बड़े चिकने है चाची के बूब्स देखकर मैं चाची पर मर मिटा था कोई भी अगर चाची के बूब्स का नज़ारा देख लेता तो चाची को वहीं के वहीं चोद देता चाची की कमर लगभग 32″ से कम नहीं है उनकी कमर पर खूब सारी चर्बी छाई हुई है चाची की सेक्सी गांड लगभग 34 की है उनकी मोटी गांड मेरे लन्ड में कई बार आग लगा चुकी है।

चाची के मस्त चूतड़ बहुत ही ज्यादा मजेदार हैं रातभर चाची के सेक्सी जिस्म का नज़ारा मेरी हालत खराब करता रहा मैं अगले दिन फिर चाची के पास गया चाची आज भी घर में अकेली थी बच्चे स्कूल गए हुए थे अब मुझे कैसे भी करके चाची को पटाना था चाची काम कर रही थी मैं चाची के सेक्सी जिस्म को ताड़ रहा था चाची को देख देखकर मेरा लन्ड पजामे में तूफान मचा रहा था।

तभी मैंने सोचा ऐसे बैठे रहने से काम नहीं चलने वाला अगर चाची की चूत लेनी है तो चाची को पटाना ही पड़ेगा अब मैं किसी न किसी बहाने से चाची के सेक्सी जिस्म को टच करने लगा धीरे धीरे चाची मेरे इरादे भाम्पने लगी चाची को टच करने से मेरी हिम्मत बढ़ती जा रही थी ऐसे ही दो तीन दिन निकल गए।

एक दिन मैं चाची के घर पर था चाची साफ सफाई कर रही थी तभी चाची ने हेल्प करने के लिए मुझे अन्दर बुलाया चाची को पलंग उठाना था मैं पलंग उठाकर चाची की हेल्प करने लगा तभी चाची की साड़ी का पल्लू नीचे गिर पड़ा और मुझे चाची के बूब्स के दर्शन हो गए अब मेरा लन्ड और ज्यादा तन गया।

तभी चाची की नजर मेरे खड़े लंड पर पड़ी लेकिन चाची कुछ नहीं कर सकती थी चाची पलंग को पकड़कर बाहर निकाल रही थी कुछ देर बाद चाची ने पल्लू ठीक किया चाची मेरे खड़े लंड के दर्शन कर चुकी थी अब चाची की नजरें कुछ भड़की भड़की नजर आ रही थी मैं बाहर बैठ गया और चाची रूम में झाडू लगाने लगी।

मेरा लन्ड बहुत ज्यादा भड़क रहा था अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था इधर मेरे लन्ड को देखकर चाची भी बहकी बहकी नजर आ रही थी लेकिन वो कुछ नहीं कह रही थी अब मैं रूम में जाकर चाची के पीछे खड़ा हो गया तभी चाची झाड़ू लगाती हुई पीछे सरकी और चाची की गांड मेरे लंड से टकरा गई मेरे लन्ड की टक्कर से चाची चौंक गई।

इधर चाची की गांड के करंट से मेरा लन्ड और ज्यादा खतरनाक हो गया चाची– रोशन तू बाहर बैठ यार अभी मेरे लग जाती मैं– ठीक है चाची मैं दूसरे रूम में चला गया और वहां जाकर लंड हिलाने लगा तभी मुझे चाची की पैंटी दिखी और मैं लंड हिलाते हुए चाची की पैंटी सूंघने लगा आह क्या मस्त शानदार खुशबू आ रही थी।

मैं तो चाची की पैंटी की खुशबू से पागल होने लगा सोचने लगा कि जब चाची की पैंटी की खुशबू इतनी अच्छी है तो चाची की चूत की महक कितनी शानदार होगी तभी मैंने चाची की पैंटी को मेरे लन्ड पर रगड़ा और लंड का माल चाची की पैंटी में भर दिया बड़ी मुश्किल से मेरा लन्ड शांत हुआ।

जैसे ही मैं पीछे मुड़ा तो चाची हाथ में झाड़ू लेकर गेट पर खड़ी थी चाची को देखकर मैं घबरा गया और मैंने लंड तुरंत पजामे में अंदर कर लिया मैं– चाची सोरी यार मुझसे रहा नहीं गया चाची– रोशन देख मैं तेरी हालत समझती हूं इस उम्र में ऐसा होता है लेकिन अच्छा ये रहेगा तू बाहर कहीं पर तेरा जुगाड़ भिड़ा।

मैं– चाची बस यही तो मुझसे नहीं हो पा रहा है चाची– जितनी हिम्मत तू यहां दिखा रहा है ना उतनी हिम्मत कहीं और दिखा सब हो जाएगा मैं– चाची बाहर हिम्मत नहीं होती है बदनामी का डर लगता है मैं इतना बड़ा हो गया हूं फिर भी मैंने आज तक कुछ नहीं किया है चाची– तो यार कुछ पाने के लिए हिम्मत तो करनी ही पड़ेगी ना।

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मैं– चाची मुझसे बस एक हिम्मत हो पा रही है चाची– क्या मैं बहुत ज्यादा डर रहा था डर से मेरी गांड फट रही थी लेकिन अब हिम्मत दिखाने का मौका मिल चुका था– चाची बुरा मत मानना मुझे आपकी चीज चाहिए चाची मेरी बात सुनते ही झेंप गई वो थोड़ी देर रुकी फिर बोली– तू जो कह रहा है ना वो नहीं हो सकता इससे अच्छा है मैंने तुझसे जो कहा है तू वो कर।

मैं– चाची मैं नहीं कर पाऊंगा आप बस एक बार मुझे मौका दो चाची– पागल हो गया क्या तू मैं तेरी चाची हूं तुझे सही सलाह दे रही हूं वो तो तू मान नहीं रहा है और मुझ पर ही डोरे डाल रहा है मैं– तो चाची क्या हुआ आप सुंदर हो जवान हो और बहुत ज्यादा सेक्सी भी हो और रही बात रिश्ते की तो आप मेरी चाची लगती हो और मैं आपकी चूत ले सकता हूं।

चाची– थोड़ा कम बोल मैं– इसमें कम बोलने वाली क्या बात है आप हो ही सही सेक्सी जवान शानदार माल अब अगर आप नहीं मानो तो मत मानो मेरी बात सुनकर चाची चुप हो गई उनसे मेरी बात का जवाब नहीं दिया गया मैं– बोलिए ना चाची नहीं हो क्या आप चाची– चुप रह यार तू तो मैं तो तुझे सही सलाह दे रही थी और तू ना जाने क्या क्या इतना कहकर चाची काम करने लग गई।

अब मैं चाची के पीछे पीछे चिपकने लगा फिर थोड़ी देर बाद मैं घर आ गया रात में मुझे चाची को चोदने के सपने आने लगे मैं रातभर चाची को चोदने की चाहत में लंड पकड़े रहा जैसे तैसे सुबह हुई और बच्चों के स्कूल जाने के बाद मैं चाची के पास पहुंच गया चाची वही साफ सफाई का काम कर रही थी मैं– चाची यार मेहरबानी कर दो ना।

चाची– नहीं मैं कोई मेहरबानी नहीं करूंगी और यार तू हमारे रिश्ते के बारे में तो थोड़ा सोच मैं– चाची मैंने सब कुछ सोच रखा है अगर आप तैयार हो जाओ तो सबकुछ हो सकता है चाची– मैं कभी तैयार नहीं होऊंगी अब तू चुपचाप बैठ मुझे नहाना भी है मैंने सोचा कि चलो अच्छा है आज फिर से चाची का मस्त नज़ारा देखने को मिलेगा।

चाची रूम में से कपड़े निकाल कर लाई और चाची ने साड़ी खोल दी अब चाची उनके जिस्म को मसलने लगी और फिर चाची ने मुंह आगे करके ब्लाउज और ब्रा खोल फेंकी चाची नहाने लगी तभी मैंने चालाकी दिखाते हुए चाची का ब्लाउज पैंटी और पेटीकोट उठा लाया जैसे ही चाची नहाकर निपटी तो उनके कपड़े गायब थे।

चाची तुरंत समझ गई– रोशन मेरे कपड़े दे मैं– मेरे पास तो आपके कपड़े है ही नहीं चाची– मुझे सब पता है तेरे पास ही हैं यार कपड़े दे तभी मैंने चाची को मेरे जाल में फंसाने की सोची– चाची मैं कपड़े दे तो दूंगा लेकिन मेरी एक शर्त है चाची– कैसी शर्त मैं– आपको कपड़े मैं ही पहनाऊंगा चाची– नहीं मुझे शर्त मंजूर नहीं है तू मेरे कपड़े दे।

मैं– ऐसे तो मैं कपड़े नहीं दूंगा चाची– अरे यार दे ना क्यों लेट कर रहा है मुझे और भी काम करने हैं मैं– मैं तो दे रहा हूं बस आप ही नहीं मान रही हो चाची चाची– अरे यार  भीगे बदन में गीले कपड़े पहन कर चाची ऐसे ही बैठी रही वो बार बार मुझसे कपड़े मांग रही थी लेकिन मैं चाची को कपड़े देने के मूड में नहीं था आज कैसे भी करके मुझे चाची को नंगी करना था।

फिर बड़ी मुश्किल से चाची मानी– अच्छा चल ठीक है लेकिन तू मुझे बिल्कुल भी टच नहीं करेगा मैं– हां मैंने आपकी बात मानी चाची– चल अंदर चल अब चाची बूब्स को ढककर भीगे पेटीकोट में रूम में चली आई चाची चुपचाप खड़ी हो गई तभी मैंने चाची के पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया और चाची का गीला पेटीकोट नीचे गिर पड़ा।

चाची की पैंटी देखते ही मेरे मुंह में पानी आ गया मेरा लन्ड बुरी तरह से तन गया अब मैं चाची की पैंटी खोलने लगा तभी चाची ने मेरा हाथ पकड़ लिया चाची– ज्यादा चालाकी नहीं पहले पेटीकोट पहना मैं– अरे चाची सीधे सीधे काम करने दो ना चाची– नहीं जैसे मैंने कहा वैसे कर अब मैं ज्यादा जिद भी नहीं कर सकता था।

चाची जितना दिखा रही थी इतना ही खूब था मैंने चाची को दूसरा पेटीकोट पहनाया और पेटीकोट का नाड़ा बांध दिया अब मैं चाची की पैंटी खोलना चाहता था लेकिन चाची ने साफ साफ मना कर दिया चाची ने मेरी तरफ गांड कर दी और पीछे से ब्रा पहनाने को कहा अब मैंने चाची के बड़े बड़े बूब्स पर ब्रा रखी और ब्रा को सेट करते हुए चाची के बूब्स दबा दिए।

चाची फिर से नखरे करने लगी फिर मैं चाची को ब्लाउज पहनाने लगा इधर मेरे लन्ड की हालत खराब हो रही थी मेरा लन्ड बार बार चाची की गांड में घुसने की कोशिश कर रहा था चाची को मेरा लन्ड चुभ रहा था लेकिन चाची सबकुछ जानते हुए भी अनजान बन रही थी मैं चाची को धीरे धीरे ब्लाउज पहना रहा था।

तभी मेरा दिमाग दौड़ा रोशन ये ही सही मौका है चाची को चोदने का ठोक दे लंड बस फिर क्या था मौका मेरे हाथ लग चुका था अब बस मुझे हिम्मत दिखानी थी तभी मैं चाची के बड़े बड़े बूब्स को मसलने लगा आह! क्या मस्त बूब्स थे चाची के मज़ा आ गया था यारो चाची– रोशन ये क्या कर रहा है तू मैं– चाची सोरी अब मैं नहीं रुक सकता चाची– मैंने तुमसे पहले ही कहा था।

मैंने चाची की बात का कोई जवाब नहीं दिया और अब मैं ज़ोर ज़ोर से चाची के बूब्स दबाने लगा चाची बार बार मुझे दूर हटाने की कोशिश करने लगी लेकिन अब माहौल गर्म हो चुका था मुझे चाची के बूब्स मसलने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था जिंदगी में पहली बार मैं बूब्स दबा रहा था चाची– रोशन यार प्लीज ऐसा मत कर।

मैं– चाची बस एक बार करने दो आपका कुछ नहीं बिगड़ेगा तभी मैंने चाची के एक हाथ को पीछे खींचा और चाची को मेरा गरमागरम लंड पकड़ा दिया चाची ने वापस हाथ हटाने की कोशिश की लेकिन मैंने फिर से चाची के हाथ में लंड दे दिया इधर मैं ज़ोर ज़ोर से चाची के बूब्स मसले जा रहा था धीरे धीरे चाची गर्म हो रही थी चाची– ऊंह आह ओह ओह आह आह।

मैं चाची के बूब्स को कसकर दबाने लगा चाची– ओह आईईईई ओह रोशन मत दबा मैं– ओह चाची  बहुत मस्त बूब्स हैं आज तो मुझे मत रोको चाची के बूब्स दबाने में मुझे बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था इधर मेरा लन्ड चाची की गांड फाड़ने की कोशिश कर रहा था तभी मैंने चाची के पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया चाची का पेटीकोट खुलने ही वाला था कि चाची ने पेटीकोट पकड़ लिया।

मैं चाची के हाथ में से पेटीकोट छुड़ाने की कोशिश करने लगा लेकिन चाची ने पेटीकोट को पकड़ लिया तभी मैंने चाची को उठाकर पलंग पर पटक दिया चाची को मैंने तुरंत पलंग पर पटक दिया चाची उठने की कोशिश करने लगी लेकिन मैंने चाची को उठने नहीं दिया अब मैंने तुरंत मेरे कपड़े उतार फेंके और चाची के ऊपर चढ़ गया और चाची के गुलाबी होंठों को चूसने लगा।

आह क्या मस्त होंठ थे चाची के आह मैं जल्दी जल्दी भूखे कुत्ते की तरह चाची के होंठ चूस रहा था चाची अभी भी नाटक करने की कोशिश कर रही थी मैं लबालब चाची के होंठ चूस रहा था अब मैंने चाची के गोरे चिकने गले पर हमला बोल दिया और ताबड़तोड़ किस करने लगा चाची के गले पर किस करने में अलग ही मज़ा आ रहा था।

तभी चाची ने नाटक करना छोड़ दिया और मुझे बांहों में कस लिया अब मैं अच्छी तरह से चाची के गले पर किस करने लगा फिर मैंने थोड़ी देर में ही चाची के गले पर बहुत सारे किस कर डाले अब मैंने तुरंत चाची के ब्लाउज को खोल फेंका और ब्रा को एक तरफ कर दिया मैं चाची के नंगे बूब्स को ज़ोर ज़ोर से कसने लगा।

चाची अब होंठो में होंठ दबाकर आहे भरने लगी– ऊंह आह आह ऊंह आह आह ऊंह मैं झमाझम चाची के बूब्स दबा रहा था आह बूब्स दबाने का मज़ा ही कुछ अलग होता है मैं तो बुरी तरह से चाची के बूब्स पर टूट पड़ा था चाची को बहुत ज्यादा दर्द होने लगा– ऊंह आह ओह आई ईईई ऊंह आह आह ओह रोशन धीरे धीरे दबा मैं– चाची आज तो कुछ मत कहो बस दबाने दो।

चाची के बड़े बड़े बूब्स बड़ी मुश्किल से मेरे हाथों में आ रहे थे बूब्स दबाने में मुझे बहुत ज्यादा खुशी मिल रही थी चाची– आह आह अहा आईईईई ओह आह ऊंह ओह दर्द हो रहा है यार मैं– ओह चाची बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा है आह बहुत मस्त माल हो आप चाची कसमसा रही थी मैंने थोड़ी देर में ही चाची के बूब्स मसल मसल कर लाल कर दिए।

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अब मैंने चाची के बूब्स को मुंह में दबाया और उन्हें चूसने लगा आह आज जिंदगी में पहली बार मैंने बूब्स चूसे थे गजब का स्वाद होता है बूब्स में बहुत ही गजब मैं अब भूखे कुत्ते की तरह चाची के बूब्स चूसने लगा चाची अब मेरी हो चुकी थी मैं अच्छी तरह से चाची के बूब्स चूस रहा था बीच बीच में मैं चाची के बूब्स को काट भी रहा था मुझे बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।

मैं– ओह ऊंह चाची आह मज़ा गया अब चाची मेरे बालो को संवारने लगी कुछ देर में ही चाची के दोनों बूब्स गीले हो चुके थे मैं बुरी तरह से चाची के बूब्स को निचोड़ना चाहता था मेरी बरसों की कसर को आज मैं पूरा करना चाहता था मैंने बहुत देर तक चाची के बूब्स का मज़ा लिया अब मैं चाची के मखमल जैसे पेट पर किस करने लगा।

आह क्या मस्त पेट था चाची का एकदम मक्खन जैसा मैं तो पागल ही होने लगा था मैं पागल सा होकर चाची के पेट पर किस कर रहा था अब मेरा लन्ड चाची की चूत में जाने के लिए तड़प रहा था मैं चाची के पेटीकोट को खोलने लगा तभी चाची ने नाड़ा पकड़ लिया चाची– नहीं रोशन आगे अभी कुछ मत कर मैं– चाची अब मैं नहीं रुक सकता।

तभी मैंने चाची को झटका देकर नाड़ा खोल दिया और चाची के पेटीकोट को खोल फेंका अब चाची ने अपनी आंखें बंद कर ली चाची का पेटीकोट हवा में उड़ चुका था मैंने तुरन्त चाची की पैंटी खोल फेंकी चाची की नंगी चूत को देखकर मैं तो पागल हो गया आज जिंदगी में पहली बार मैंने चूत के दर्शन किए थे चाची की चूत पर हल्के हल्के बाल उगे हुए थे चूत की दोनों फांकें अच्छी तरह से उभरी हुई थी।

मैंने कोई देर नहीं करते हुए मेरी अंडरवीयर उतार कर लंड नंगा कर लिया और तुरंत चाची की टांगों को फोल्ड कर दिया अब मैंने चाची की चूत के छेद में लंड रखा और ज़ोर से धक्का दे दिया मेरा मोटा तगड़ा लंड एक ही झटके में चाची की चूत के होंठों के घेरे को भेदता हुआ सीधा चूत के अंदर घुस गया चाची मेरे लन्ड के एक ही झटके में चिल्ला पड़ी– आह ईईई आईई ईईह आअई ईईई।

तभी मैंने चाची की चूत में फिर से हमला किया और चाची बुरी तरह से बिलख पड़ी– आईईईई आईईईई मर गई आह आह ओह रोशन मत कर यार मैं मर जाऊंगी लेकिन मैंने चाची की कोई बात नही सुनी और धड़ाधड़ चाची की चूत में लंड पेलने लगा चाची बुरी तरह से चिल्ला रही थी– आईई ईई आईई ईईई ओह आह अहाईई ईईई मत कर आह आऊ आह।

मेरे लन्ड का हर एक शॉट चाची की चूत पर भारी पड़ रहा था मुझे चाची को चोदने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था आज जिंदगी में पहली बार मेरा लन्ड चूत का स्वाद चख रहा था चूत चोदने का मज़ा क्या होता है ये आज मुझे अच्छी तरह से पता चल रहा था मेरा लन्ड झमाझम चाची की चूत को फाड़ रहा था मैं कसकर चाची की चूत में लंड ठोक रहा था।

चाची– आईई ईई आईई आईई ऊंह आह आह ओह आह आह मैं– ओह चाची बहुत मज़ा आ रहा है आह आह आह आज तो मैं आपको बुरी तरह से पेलूंगा मेरा लन्ड बहुत सालों से प्यासा है चाची– ऊंह आह आह आईईईई आह ओह धीरे धीरे चोद यार मेरी जान निकल रही है मैं– चाची आज तो बस कुछ मत बोलो बस मुझे चोदने दो।

मेरा लन्ड फूल स्पीड में चाची की चूत में अंदर बाहर हो रहा था चाची बुरी तरह से पसीने से लथपथ हो चुकी थी मैं गांड हिला हिलाकर चाची की चूत में लंड घुसा रहा था चाची– आह आह आह आह आह आईईईई आह ओह मैं– ओह चाची मज़ा आ गया आज तो आह मेरा लन्ड चाची की चूत के टाइट छेद को चौड़ा कर रहा था मेरे लन्ड के हर एक शॉट के साथ चाची के बूब्स बुरी तरह से हिल रहे थे।

थोड़ी देर के ताबड़तोड़ घमासान के बाद चाची बहक गई और चाची की चूत में से गर्म गर्म माल नीचे बहने लगा मेरा लन्ड चाची के चूत रस से भीग गया ये देखकर मुझे बहुत अच्छा लगा अब मेरे लन्ड के हर एक शॉट के साथ रूम में पछ पाछ पच्छ की आवाज़ गूंजने लगी चाची अब पस्त हो चुकी थी मैं फूल स्पीड में चाची को बजा रहा था आज तो मुझे जन्नत मिल चुकी थी।

चाची को चोदना मेरे लिए बड़े सौभाग्य की बात थी चाची– ऊंह आह आह ओह आईईईई आईईईई ऊंह ओह रोशन मैं– ओह मेरी चाची गजब की माल हो आप आह चाची को मैं झमाझम पेले जा रहा था आज मैं मेरे लन्ड की प्यास को अच्छी तरह से बुझाना चाहता था चाची अच्छी तरह से चुद रही थी तभी चाची फिर से झड़ गई।

अब मैंने चाची की चूत में थोड़ी देर और लंड ठोका फिर मैंने चाची की चूत पर मुंह रख दिया चाची की चूत में से अभी भी रस बह रहा था अब मैं चाची की चूत का रस पीने लगा आह क्या मस्त नमकीन रस था आह मज़ा आ गया था यारो मुझे चाची की चूत को चाटने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था चाची मदहोश हो रही थी। 

वो बुरी तरह से कसमसा रही थी– उन्हा ऊंह आह आह ओह उनाह ओह ओह आह चूत चाटने से चाची बुरी तरह हिल रही थी वो बार बार गांड को इधर उधर कर रही थी मैं चाची की टांगों को पकड़कर अच्छी तरह से चाची की चूत चाट रहा था चाची की चूत का रस चाटने में मुझे बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था आज जिंदगी में पहली बार मुझे इतना मजा मिल रहा था।

चाची– ऊंह आह आह ओह ओह ऊंह मैंने बहुत देर तक चाची की चूत चाटी अब मैंने चाची की चूत में उंगलियां घुसा दी और जल्दी जल्दी चाची की चूत को सहलाने लगा मेरी उंगलियों के हमले से चाची बुरी तरह से हिल गई वो छटपटाने लगी– आईईई आई ईईई ओह आह आह आह मैं– ओह चाची बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा है आह आह।

चाची– ओह रोशन धीरे धीरे कर आहा अहा आईई आएईईईई बहुत दर्द हो रहा है मैं– चाची आज मैं नहीं रुकूंगा चाची की चूत को मैं जल्दी जल्दी सहला रहा था चाची बहुत बुरी तरह से कसमसा रही थी वो बार बार बेड शीट को मुट्ठियों में कस रही थी उनकी हालत बहुत ज्यादा खराब हो रही थी मैं– ओह चाची बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा है आह आह!

चाची– ओह अहाहा आईईईई मेरी जान निकल रही है तभी चाची की चूत में से गर्मा गर्म लावे का झरना बहने लगा चाची पसीने पसीने हो चुकी थी मैं फिर भी चाची की चूत में उंगलियां घुसा रहा था फिर मैंने चाची की चूत का पूरा रस पिया अब मैंने फिर से चाची की टांगों को फोल्ड कर दिया और लंड चाची की चूत में सेट कर दिया।

मैंने फिर से ज़ोर का झटका देकर चाची की चूत में लंड ठोक दिया मेरा लन्ड आज चाची की चूत की चटनी बनाना चाहता था फिर बहुत देर की ठुकाई के बाद मेरा लन्ड का माल निकलने वाला था मैंने चाची को दबोच लिया और लंड का माल चाची की चूत में भर दिया मैं पसीने पसीने हो चुका था फिर थोड़ी देर बाद मैं चाची के होंठो को फिर से चूसने लगा।

कमरे में फिर से पुच्च पुच्छ आउच पुच्छ पुच्छ की आवाजें गूंजने लगी मैं पूरी शिद्दत से चाची के होंठं चूस रहा था फिर थोड़ी देर चाची के होंठ चूसकर मैं चाची के बूब्स पर टूट पड़ा अब मैं चाची के बूब्स चूसने लगा अब चाची चुपचाप बूब्स चुसवा रही थी चाची के बूब्स चूसने में मुझे बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था– ओह चाची बहुत मस्त बूब्स है आपके।

चाची– अच्छा मैं– हां चाची चाची के बूब्स चूसने में मुझे अलग ही मज़ा मिल रहा था अब मैं वापस चाची की चूत पर आ गया और फिर से चाची की टांगों को फैला दिया। अब मैं फिर से चाची की मस्त चूत को चाटने लगा धीरे धीरे मेरा लन्ड फिर से खड़ा होने लगा चाची की चूत की महक से मैं पागल हो रहा था मैं सबड़ सबड़ कर चाची की चूत चाट रहा था।

चाची– ऊंह आह ओह आह आह ऊंह ओह रोशन अब मत कर यार लेकिन आज मैं कहां रुकने वाला था मैं तो चाची की चूत के लिए पागल था चाची– ऊंह आह आह ओह आह अब मैंने चाची को पलट दिया और मैं चाची के ऊपर चढ़ गया मैं चाची की छरहरी पीठ पर ताबड़तोड़ किस करने लगा मुझे चाची की चिकनी पीठ पर किस करने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।

कुछ देर में ही मैंने चाची की पीठ को किस करके गीला कर दिया अब मैं सीधा चाची की गांड पर आ गया और चाची की सेक्सी गांड पर ताबड़तोड़ किस करने लगा चाची के चूतड़ बहुत ही ज्यादा मजेदार थे मैं चाची के चूतड़ों को खा रहा था चाची गांड को इधर उधर हिलाने की कोशिश कर रही थी लेकिन मैंने चाची की गांड़ को अच्छी तरह से दबा रखा था।

फिर मैंने बहुत देर तक चाची की गांड पर किस किए अब मैंने चाची की गांड के सुराख में उंगली डाली तो बड़ी मुश्किल से मेरी उंगली चाची की गांड में घुस पाई तभी चाची ने तुरंत मेरी उंगली गांड में से बाहर निकाल दी– रोशन उसमें कुछ मत कर मैं– चाची, उंगली तो करने दो चाची– नहीं, बिल्कुल नहीं वे मुझे थोड़ी सी नाराज़ लगी। 

मैंने सोचा ये तो शुरुआत है चाची जितना दे रही है वो ही बहुत है इनकी गांड फिर कभी मार लूंगा तभी मैंने चाची को पलट दिया और उनकी टांगों को फिर से फोल्ड कर दिया अब मैं चाची की चूत में लंड ठोककर फिर से चाची को चोदने लगा चाची– ऊंह आह आह आईईईई आई ईईई ऊंह तभी मेन गेट बजा और डर के मारे मेरी गांड़ फट गई।

मेरा गर्मा गर्म लंड तुरन्त ठंडा पड़ गया चाची ने जल्दी से मुझे धक्का दिया और दूर हटा दिया अब हम दोनों ने जल्दी से कपड़े पहने और खुद को ठीक किया साला पता नहीं ये क्या हो गया अभी तो मेरे लन्ड की प्यास बुझी भी नहीं थी चाची दरवाजा खोलने गई देखा तो बच्चे बाहर खड़े थे मैं पजामे में लंड डालकर चुपचाप बैठ गया।

अब मैं बच्चों के घर के बाहर जाने का इंतजार करने लगा थोड़ी देर बाद बच्चे खेलने के लिए घर से बाहर चले गए अब मैंने मेन गेट को तुरंत बंद कर दिया और चाची को खींचकर बेड पर लाने लगा चाची चुदाने के लिए बहुत ज्यादा नखरे करने लगी लेकिन मैं नहीं माना मैंने तुरंत चाची को बेड पर पटका और जल्दी से चाची की पैंटी खोल फेंकी।

अब मैंने तुरन्त मेरा पजामा और अंडरवियर खोलकर लंड चाची की चूत में ठोक दिया मैं फिर से चाची को बजाने लगा चाची– आह आह आह आईईईई आह आह आईईई जल्दी कर यार मैं– हां चाची बस चाची– आह आह आईई आईईईई ओह ऊंह आईईईई रोशन निकाल दे अब मैं बहुत ज्यादा ख़तरा लेकर चाची की चुदाई कर रहा था।

मेरे दोस्त ने मेरी कुवारी चूत फाड़ी-First Time Sex Story

तभी मैंने मौके की नजाकत को समझते हुए झमाझम लंड ठोककर चाची की चूत में लंड का माल भर दिया हार्डकोर सेक्स का मजा लेने के बाद अब मेरे लन्ड की प्यास बुझी थी तब चाची ने पैंटी पहन ली और मैंने मेरे कपड़े पहन लिए आज पहली बार मेरे लन्ड ने चूत का स्वाद चखा था मैं चाची को चोदकर बहुत ज्यादा खुश था।

चाची– बहुत चालू निकला तू मैं तो तुझे समझा रही थी और तूने तो मुझे ही पेल दिया मैं– चाची मुझे आपसे अच्छी माल चोदने के लिए नहीं मिल सकती थी इसलिए मैंने आपको चोदा चाची– अच्छा खूब पेला तूने मेरी हालत खराब कर दी मैं– चाची अब तो रोजाना ऐसे ही पेलूंगा आपको चाची– नहीं यार बस आज ही बहुत है आगे नहीं मैं बार बार गलती नहीं करूंगी।

मैं– चाची आपने कोई गलती नहीं की है चाची– नहीं रोशन जो हुआ बस इतना ही बहुत है मैं चाची को आगे भी चुदवाने के लिए पटा रहा था लेकिन चाची मान ही नहीं रही थी फिर मैं चाची को समझाकर घर आ गया आपको मेरी हार्डकोर सेक्स कहानी कैसी लगी, मुझे मेल करके जरूर बताएं।

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