मामा की लड़की को चोदा पूरी रात-Bhai Behan Sex Story

मामा की लड़की को चोदा पूरी रात

सेक्स विद सिस्टर का मजा मुझे मेरे मामा की बेटी ने दिया वह हमारे घर रह कर पढ़ रही थी मेरी कोई बुरी नजर मेरी बहन पर नहीं थी उसने खुद मुझे अपने जाल में फंसाया अन्तर्वासना के सभी प्रिय दोस्तों को मेरा प्रणाम।

मैं राजापुर से अविनाश हूँ मेरी उम्र 25 साल हो गयी है हाईट 5.6 फीट गोल चहरा रंग गोरा लंड की लंबाई 6 इंच और मोटाई 3 इंच मेरी फैमिली में मैं मम्मी पापा बड़ा भाई और एक मेरी मामा की लड़की रीमा रहती है।

मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ और मैं अन्तर्वासना में आने वाली सभी कहानियों को पढ़ता हूँ मैंने भी सोचा कि क्यों ना मैं भी अपनी सच्ची कहानी आप सभी को बताऊँ यह कहानी मेरी और मेरी बहन रीमा की है।

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रीमा की उम्र 22 साल लंबाई 5’1 और उसका साइज 30-28-32 था मेरी बहन दिखने में माल है उसको कई लड़कों ने प्रपोज भी किया जो बाद में रीमा ने मुझे बताया था पर उसने सबको रिजेक्ट कर दिया क्यों रिजेक्ट किया था ये आगे आपको पता चल जायेगा।

अब  सेक्स विद सिस्टर पर आता हूँ मैं 2016 में एक लड़की प्रिया से प्यार करता था और प्रिया भी मुझसे बहुत प्यार करती थी प्रिया मेरी क्लास की एक होनहार लड़की थी मैं उससे प्यार तो 2013 से करने लगा था पर प्रपोज 2016 में किया था पर मैंने उसके साथ कुछ भी गलत नहीं किया था।

2018 में उसकी एक कार से दुर्घटना हो गयी वह साइकिल से स्कूल से पढ़ कर घर को जा रही थी और एक कार वाले ने दारू पी कर गाड़ी चलाने से प्रिया का एक्सीडेंट कर दिया कार वाला तो बच कर निकल गया पर प्रिया ने वहीं अपनी जान दे दी।

ये सब मेरे सामने हुआ था क्योंकि मैं भी प्रिया के साथ उसके पीछे पीछे साइकिल ले कर आ रहा था उससे बात करते करते मेरी साइकिल की चैन उतर गयी और मैं साइकल की चैन चढ़ाने लगा प्रिया का एक्सीडेंट हुआ उससे मैं बहुत टूट गया और मैं दारू पीने लगा सबसे छुप कर।

दोस्तों ने पीना सिखा दिया था प्रिया के नाम की कसम देकर रीमा भी हमारे स्कूल में पढ़ती थी 25.07.2019 को एक बार मैं घर वालों से छुपा कर एक दारू की बोतल ले आया तो रीमा ने मुझे देख लिया कि मैं कुछ तो छुपा कर लाया हूँ और मैंने वो अपने रूम में रखी है।

मैं दारू की बोतल रख कर रूम से चला गया उसके बाद रीमा रूम में आई और बोतल देख ली मैं रात को आराम से घर आया खाना खाया और अपने रूम में चला गया रात के 9 बजे सब सो गए खाना खाकर और सब काम निबटा कर।

मेरा रूम ऊपर छत के एक कोने में है जहाँ मैं अकेला ही रहता हूँ रात को मेरे रूम की तरफ कोई नहीं आता पर मैंने कई बार किसी के आने की आहट सुनी थी मैं उसे इग्नोर कर दिया करता था मैंने रूम का दरवाजा बंद किया और दारू की बोतल खोलने लगा।

फिर मुझे याद आया कि नमकीन और लानी थी नीचे किचन से मैं रूम खोल कर नीचे गया और नमकीन का पैकेट ले आया नमकीन लाने से पहले ही मैंने सब देखा कि सब सो गए हैं या जग रहे हैं मुझे लगा सब सो गए।

मेरे आने से पहले ही रीमा मेरे रूम में एक कोने में छुप कर बैठ गयी थी मैंने रूम बंद करके दारू की बोतल खोली और नमकीन के साथ दारू पीने लगा 3 मिनट बाद रीमा कमरे के एक कोने से उठकर आयी और मुझसे बोली- अब मैं सबसे बोलूँगी कि आप क्या करते हो रात को सबसे छुप कर।

वह मेरे कमरे में छिप गयी थी मैं आवाज़ सुनते ही डर गया और दारू की बोतल गिर गयी डर के मारे मैंने देखा रीमा खड़ी है और मुझे देख रही है मैं उससे बोला- तू कब आई यहाँ वह बोली- जब आप नीचे गए थे किचन में तब मैं यहाँ आपके रूम में आ गयी।

मैं उसके सामने हाथ जोड़ते हुए बोला- देख मेरी बहन किसी को बताना मत यार वरना बहुत मार पड़ेगी मुझे वह बोली- आप हाथ मत जोड़ो मैं बोलूँगी तो जरूर और यह बोलकर वह जाने लगी मैं और भी ज्यादा डर गया।

मैंने उसके पैर पकड़ लिए और रोने लगा- मत बताना मैं मर जाऊँगा यार यह सुनते ही रीमा ने मेरे मुंह पर हाथ रख दिया और बोली- आप ऐसा मत बोलो नहीं बोलूँगी किसी को! पर मेरी एक बात माननी पड़ेगी आपको मैं बोला- क्या जो भी बोलेगी, वो मानूँगा।

वह मुस्कुरा कर बोली- मैं आपके साथ यहीं सोना चाहती हूँ आज रात मैं सोचने लगा कि ये क्या बोल रही है मैंने उसे मना कर दिया वह बोली- ठीक है, मैं जा रही हूँ, सबको बता दूँगी आपकी बात मैं डर गया।

मैंने सोचा कि अगर यह मेरे घर वालों को बता देगी तो मेरी इतनी सुताई होगी बड़े भाई से ये मुझे ही पता है तो मैंने बोल दिया- ठीक है आ जा सो जा मेरी खाट पर एक तकिया है और खाट पर दो सही से सो नहीं पायेंगे वह मुस्कुरा कर बोली- सो जायेंगे भईया।

मैंने देखा कि दारू की बोतल से दारू खाट पर गिर गयी है और थोड़ी दारू ही बची है तो मैंने उसे पी लिया मुझे अब तक नशा चढ़ने लगा था रीमा ने मेरी नमकीन भी खा ली थी और खाट पर जाकर लेट गयी थी मैं भी लाइट बंद करके लेट गया उसके पास ही खाट पर।

अब घड़ी में रात के 10:30 बज रहे थे रीमा मुझसे बोली- भाई आप दारू क्यों पीते हो मैंने उसे प्रिया के बारे में सब कुछ बता दिया वह बोली- भाई उसे भूल क्यों नहीं जाते वह तो अब चली गयी ना अब किसी और से प्यार करो जो आपको प्यार करती हो।

मैं बोला- नहीं प्रिया मेरी जान थी वह नहीं तो कोई और नहीं रीमा थोड़ा सा उदास होकर बोली- ठीक है भईया मैं अब सो रही हूँ मैं भी नशे में था मैं टॉयलेट गया और आकर सो गया खाट पर मोबाइल पर देखा 12:14 बज रहे थे मैं सो गया।

रात को मैंने महसूस किया कि मेरी जांघ के ऊपर रीमा का हाथ रखा है और वह मेरे लंड को सहला रही है। मेरे होठों पर उसके होंठ हैं ये सब महसूस करके मेरे पसीने छुट गए मैं सोचने लगा कि ये क्या हो रहा है मेरे साथ।

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मेरे मामा की लड़की मेरे साथ ये सब क्या कर रही है रीमा ने मेरा हाथ धीरे से पकड़ा और उसने अपनी पैंटी में मेरा हाथ डाल दिया और उसने अपनी चूत पर हाथ रखवाया वह बोलने लगी- धीरे धीरे आह मेरी जान आप कब समझोगे कि आपकी बहन आपसे कितना प्यार करती है। 

आज आप मिले हो मेरी प्यास बुझा दो उसे लगा कि मैं सो रहा हूँ इसलिए वो ये सब बोल रही थी और कर रही थी अब मुझसे भी नहीं रहा जा रहा था मेरा लंड खड़ा हो गया था मैंने उसके कान में कहा- रीमा, ये सब क्या कर रही हो? मेरा लंड खड़ा हो गया है।

उसने मेरी आवाज सुनते ही जल्दी से मेरा हाथ पैंटी से निकाला और अपने होंठ मेरे होंठों से हटा कर दूसरी साइड करबट बदल ली वह शर्माने लगी थी मैंने पीछे से उसको बाहों में ले लिया और उसके स्तन दबा दिये वह एक प्यारी सी आह करके रह गयी।

मैंने उसके कान में पूछा- कब से प्यार करती हो मुझे रीमा बोली- जब आप मुझे मेरे घर से लेने गए थे जब आप कई साल बाद मेरे घर आये मैंने आपको देखा और आपको अपना दिल दे बैठी मैं रीमा के पीछे से दुद्दू दबा रहा था और नीचे से लंड उसकी गांड पर रगड़ रहा था और उसके कान के पास उसे चूम रहा था।

इससे वह मदहोश होने लगी मैंने उससे पूछा- तेरा कोई बॉयफ्रेन्ड है वह बोली- भाई मुझे कई लड़कों ने प्रपोज किया पर मैंने सबको मना कर दिया मैंने पूछा- क्यों रीमा बोली- मैं आपसे प्यार करती हूँ किसी और से नहीं। मुझे आपका और प्रिया का भी पता था कि आप उससे प्यार करते हो। 

इस वजह से मैं बहुत रोती थी रात को आई लव यू अविनाश भईया मैं बोला- आई लव यू टू मेरी जान मैं तेरा अब भाई नहीं हूँ उसे मैं गर्म करता जा रहा था और वो अब तक गर्म हो गयी थी मैं बोला- अब बात ही करेगी या प्यार करेगी और सुन किसी को पता ना चले इस बात का। मैं तुझसे बहुत प्यार करूँगा मेरी जान।

रीमा बोली- ठीक है भाई ओह्ह सॉरी मेरे बाबू किसी को नहीं बताऊँगी मैंने अब उसे खड़ी किया और लाइट जलाने को बोला वह मना करने लगी मैंने बहुत बार उसे कहा तो वह लाइट जलाने लगी पीछे मुड़ कर देखा उसने तो वह शरमा गयी।

मैं खाट पर पूरा नंगा हो कर लेटा हुआ था मेरा लंड खड़ा था मैंने उसको अपने पास बुलाया वह शर्माती हुई आ गयी मैंने उसका हाथ पकड़ा और अपने पास खींच लिया वह मेरे ऊपर गिर गयी मैंने उसे किस किया और उसके कपड़े निकालने लगा वह शर्माती हुई नंगी हो गयी।

मैंने उससे कहा- देख शर्मायेगी तो प्यार नहीं करूँगा भूल जाना मुझे फिर वह मुझसे लिपट गयी और बोली- आप मुझसे अलग मत होना कभी. आप जो बोलोगे मैं वही करूँगी पर आप भी दारू मत पीना प्लीज! आपको मेरी कसम मेरे प्यार की कसम और प्रिया को भूल जाओ।

यह बोलते ही उसने मेरे लंड को सहलाया और उसे मुंह में ले लिया वह बड़े प्यार से लंड चूस रही थी मैंने उससे पूछा- ये सब कहाँ से सीखा? या किसी का चूसा है ऐसे कभी वह मेरा लंड मुंह से निकाल कर बोली- भाई ऑफो सॉरी मेरे बाबू मैं पोर्न मूवी देखती थी मोबाइल में और अन्तर्वासना में भाई बहन की चुदाई की कहानी पढ़ती थी और आपका नाम ले कर चूत में उंगली करती थी। 

अब देर मत करो चोद दो मुझे बहुत रात हो गयी है मुझे सोना भी है फिर उसने लंड को मुंह में लिया और चूसने लगी मुझे मजा आ रहा था मैं उसकी चूत में उंगली करने लगा फिर मैं उसे बोला- एक काम कर जानेमन 69 की पोजीशन में आ जा मजा आएगा।

उसने वैसे ही किया और वह अपने दोनों पैर मेरे चहरे की तरफ करके लेट गयी और लंड चूसने लगी मैंने भी उसकी चूत चाटी उसे मजा आने लगा और वह मजे से लंड चूसती रही कुछ मिनट बाद वह अकड़ने लगी और उसने अपना पानी निकाल दिया।

मैंने उसका पानी चाट लिया एक मिनट बाद मैंने भी अपना पानी निकाल दिया उसके मुंह में वह मेरा पूरा पानी पी गयी और बोली- बाबू, आपका पानी अजीब सा लग रहा है मैंने उसको किस किया और बोला- यह मेरे प्यार का पानी है थोड़ा अजीब लगेगा पहले मेरी जान अब तो तुमको इसे रोज पीना है।

मैं उसे किस करने लगा, साथ में उसकी चूत में उंगली करता रहा उसे फिर मजा आने लगा वह गर्म हो गयी वह मेरे लंड से फिर खेलने लगी मैंने उसके मुंह में लंड दिया फिर मैं उसे दीवार के सहारे खड़े करके चोदने की तैयारी करने लगा।

मैंने पीछे से उसकी चूत के अंदर लंड डाला तो लंड नहीं जा रहा था वह कमसिन कली थी वो बोली- बाबू, मत तड़पाओ अब नहीं रहा जाता। मुझे पता है कि दर्द होगा आपका लंड मोटा है पर मैं कोशिश करूँगी कि मैं ना चिल्लाऊँ पर आप धीरे धीरे करना जब मुझे मजा आएगा तो मैं खुद बता दूँगी तेज करने को।

मैंने आराम से लंड उसकी चूत पर सेट किया और धीरे धीरे अंदर करने लगा लंड थोड़ा अंदर गया तो वह थोड़ा सा आह ह्म्म्म ओह्ह आह करने लगी मैं भी उसके दूध दबा कर उसे गर्म कर रहा था और मजे दे रहा था धीरे धीरे लंड ने चूत में जगह बना ली मैं उसे धीरे चोदता रहा।

उसे अब मजा आने लगा वह बोली- आह ओह्ह ह्म्म्म यसस बस बाबू अब तेज तेज करो रहा नहीं जाता मेरी जान मैं तेज तेज उसे चोदने लगा हर 2 मिनट बाद मैं उसे अलग पॉजिशन में चोद रहा था कभी डॉगी स्टाइल, कभी मेरे ऊपर से बैठा कर धक्के लगवाता था।

इस चुदाई में वह कई बार झड़ गयी थी और मैं भी उसकी चुत में झड़ने लग गया इस प्रकार मैंने  सेक्स विद सिस्टर का मजा लिया उस रात हमने 2 बार ही चुदाई की क्योंकि उसका और मेरा पहली बार था वह और मैं इस चुदाई में थक गए थे।

मैं उसे बाहों में लेकर खाट पर लेटा रहा हम नंगे थे दोनों मैं उसको किस करते हुए बोला- जान, तुम एक बात बताओ। तुम्हारी चूत से खून क्यों नहीं आया वह बोली- बाबू, मैं आपकी याद में कई बार उंगली करती थी कई बार तो मैंने गाजर मूली भी घुसाई तो चूत की सील टूट गई इसलिए खून नहीं आया।

मैंने उसे किस किया, उसका दूध पिया, फिर बोला- जान अब नीचे जाओ कोई आ ना जाये रात बहुत हो गयी. अब एक हफ्ते बाद सही से चोदूंगा वह भी खुश हो कर बोली- हाँ जान, रोज रोज चुदाई करोगे तो चूत दर्द करेगी। क्या पता फिर रोज की चुदाई में आपके बच्चे की माँ बन जाऊँ।

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मैंने किस करके उसको कपड़े पहनाये और नीचे जा कर देखा कोई उठा हुआ तो नहीं है सब सो रहे थे अभी भी सुबह के 3 बज रहे थे उसे मैं धीरे उसके कमरे में छोड़ गया वह मज़े से जा कर अपने कमरे में सो गयी और मैं भी सब बिस्तर ठीक करके दारू की बोतल हटा कर सो गया।

इसके बाद भी रीमा से बहुत मजा किया यह मैं आगे की कहानी में बताऊँगा आपको मेरी कहानी कैसी लगी, कमेंट करके जरूर बताना यह मेरी पहली कहानी है, कुछ गलती हो तो माफ करना सूचना- यह  सेक्स विद सिस्टर का मजा कहानी मनोरंजन के लिए लिखी गयी है। 

किसी को बदनाम के लिए यह स्टोरी नहीं लिखी गयी है। रीमा की मर्जी से ही हम दोनों ने मिल कर यह कहानी लिखी है कहानी को पढ़ने के लिए आप सभी का धन्यवाद।

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