आंटी को बर्थडे गिफ्ट में दिया लंड-Aunty Ki Chudai

आंटी को बर्थडे गिफ्ट में दिया लंड

हिंदी सेक्स स्टोरी हेलो दोस्त मेरा नाम गौतम है और मैं गुजरात का हूं और मेरी उमर 24 साल की है आज से मैं 2 साल पहले की बात बताता हूं जो एक दम रियल है मेरे दोस्त का नाम टिपेंद्र है और वो मुझसे 2 साल छोटा है। और आंटी का नाम कंचन है और उसकी उम्र 46 साल है और उसका फिगर 36-32-38 है।

तो अब बात शुरू ऐसी हुई कि मेरे दोस्त की बर्थडे पार्टी थी मेरे दोस्त ने मुझे इनवाइट किया तो मैं त्यार हुआ और पार्टी में गया फिर जैसे ही मैंने आंटी को देखा तो मैं उन्हें देखता ही रह गया वो क्या मस्त लग रही थी अनहोनी ब्राउन साड़ी और लाल लिपस्टिक और लाल जूड़ा नेट वाला पहनना हुआ था।

उनको देख कर ऐसा लग रहा था मानो वो कोई अप्सरा हो। फिर सब ने केक काटा और एन्जॉय किया फिर सब लोग अपने-अपने घर चले गए और मैं भी चला गया। फिर दूसरे दिन मैं टप्पू को बुलाने गया पर वो घर पर नहीं था आंटी ने मुझे बताया कि वो अपने मामा के घर गया है।

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मैं- आंटी एक बात बोलूं आंटी- हां बोलो मैं- आंटी कल आप बहुत ही अच्छी लग रही थीं आपकी तारीफ में सिर्फ पास वर्ड भी कम पड़ रहे हैं आंटी – हां मैंने देखा था तू बस मुझे ही कल घूर रहा था वहां सब थे इसलिए मैं तुझे कुछ नहीं बोली वे कल तू मुझे इतना क्यों इतना घूर रहा था

मैं – आंटी आप इतने कमाल की जो लग रही थी मैं क्या बोलूं मेरा दिमाग आपने खराब कर दिया था मेरा आदमी तो ऐसा हो रहा था कि मैं बस आपको ही देखता रहूँगा आंटी – अच्छा मैं इतनी अच्छी लग रही थी क्या?

मैं- इतना मेरा आदमी हो गया था कि मैं आपको अपनी गर्ल फ्रेंड बना लूं कल तो मुझे अंकल से भी जलन हो रही थी कि आप उनके पास क्यों हो मेरे पास क्यों नहीं आंटी- क्या करूं तू ही है जो मेरी इतनी तारीफ कर रहा है तेरे अंकल को मुझसे कुछ बोलता ही नहीं है।

मैं – तो क्या हुआ मैं कर रहा हूँ ना आंटी – हां तू कर रहा है ये मुझे बहुत अच्छा लगा फिर मैं जाने लगा आंटी बोली- गौतम कल तुझे कोई काम है मैं- नहीं आंटी मुझे कोई काम नहीं है क्या काम है बोलो आंटी- हां एक काम है मैं- हां बोलो क्या बात है आंटी- मुझे कल कुछ शॉपिंग करनी है और टप्पू भी नहीं है। तेरे अंकल का कल ऑफिस है तो वो कहाँ चले जाते हैं तो तू कल मेरे साथ चलेगा मैं- हां बोलो कितने बजे जाना है आंटी- कल 12 बजे चलते हैं.

मैं- ठीक है मैं कल 11:30 बजे आ जाऊंगा फिर मैं चला गया और फिर दूसरे दिन मैं 11 बजे ही उनके पास गया। जब मैंने आंटी को आवाज़ दी तो आंटी नहा कर उस टाइम टॉवल में थी उन्हें ऐसे ही दरवाजा खोला और वो बोली – तुम इतनी जल्दी आ गए मैं तो अभी भी तैयार नहीं हुई हूं।

मैं – हां कोई बात नहीं आप तैयार हो जाइये मैं आपका इंतजार करता हूं फ़िर आंटी त्यार होने के लिए रूम में गई और मैं सोफ़े पर बैठ कर उनका इंतज़ार करने लग गया। तभी मेरी नज़र उनके कमरे की खिड़की की ओर पड़ी जो थोड़ी सी खुली हुई थी। मैंने झट से उसमें से झांका तो मैंने देखा कि आंटी अभी अपनी ब्रा पहन रही थीं।

वो ब्रा सफेद रंग की थी उन्हें देखते ही अब मेरा लंड खड़ा हो गया। फ़िर आंटी त्यार हो गई और बाहर आई मैं जा कर झट से सोफ़े पर बैठ गया। आंटी ने हरे रंग की साड़ी पहनी थी और वो क्या मस्त लग रही थी मैं आपको क्या बताऊं।

उन्हें नेट वाला जुदा और लाल गोल बड़ी सी बिंदी लगाई हुई थी उनको देख कर मेरा लंड पैंट में फड़काने लग गया। मेरी ये बात आंटी ने नोटिस कर ली थी और उन्होंने मुझे एक सेक्सी स्माइल दी आंटी- आज तुझे कोई काम नहीं है ना।

मैं- आंटी नहीं है आप बोलो आपका कोई काम है क्या आंटी- नहीं आने में टाइम लगता है और शायद शाम भी हो जाती है मैं – कोई बात नहीं आंटी मुझसे आप को क्या काम है और वह भी अभी कॉलेज की छुट्टी चल रही है।

फ़िर आंटी ने एक और स्माइल दी और वो बोली – चलो अब फिर मैंने बाइक निकाली और रास्ते में बार बार ब्रेक मार रहा था। इस आंटी के बड़े बड़े स्तन मेरी कमर से छू रहे थे। फिर हम एक ऑल मी गए और व्हेन आंटी ने शॉपिंग की।

आंटी- चलो मूवी देखते हैं फिर हम दोनों एक रोमांटिक हॉलीवुड फिल्म देखने लग गए फिर हम दोनों घर आये और आंटी ने मेरा नंबर ले लिया आंटी- अगर मैं टप्पू को कहीं ले जाऊं तो वो बहुत नाटक करता है। क्या मैं कभी-कभी जाने के लिए तुम्हें फोन कर सकती हूं।

मैं- आंटी कमाल है इसमें भला पूछने वाली क्या बात है. आप मुझे आधी रात को कॉल करोगी तो मैं सारे काम छोड़ कर आपकी सेवा में आ जाऊंगा।

फिर मैं अपने घर चला गया और फिर डिनर करके मैं अपने कमरे में चला गया। मैंने 3 बार आंटी के नाम की उस रात मुठ मारी और मैं सो गई। सुबह जब मैं उठा तो मैंने आंटी के मैसेज देखे जो रात में आंटी ने किए थे। फिर मैं जल्दी से त्यार हो कर आंटी के घर गया।

मैं – सॉरी आंटी मैं रात को इतना अच्छा था बोलो आपको क्या काम है आंटी – कुछ नहीं बस ऐसे ही मैसेज किये थे फिर हम दोनों ने बहुत सारी बातें कीं और आंटी ने मुझे बताया कि दो दिन बाद आंटी का जन्मदिन है।

मैं-सिद्धू भी आ रहा होगा और पार्टी भी होगी ये सुनते ही आंटी अब रोने लग गई तो मैं उनको चुप करवाते हुए बोला मैं- क्या हुआ आंटी आंटी- तेरे अंकल भी हैं और ना ही सिद्धू हैं तो इस बार पार्टी नहीं होगी।

फिर मैंने थोड़ी देर और उनसे बात की और मैं अपना घर चला गया। अब मैं सोचने लगा कि मैं क्या प्लान बनाऊं फिर मुझे एक आइडिया आया कि क्यों ना आंटी को मैं कहीं घुमाने के कर जाऊं। और इस बार उनका जन्मदिन वहीं पर उनके साथ मनाऊं।

तभी मैंने OYO होटल में बुकिंग की और मैंने गोवा की फ्लाइट की टिकट बुक की। फिर मैं मॉल में गया और मैंने एक अच्छा सा सूट लिया और अच्छे से पैक करवाया। फिर रात को मैंने आंटी को मैसेज किया और मैंने उन्हें बताया कि हमारी कल शाम को 6 बजे गोवा की फ्लाइट है।

और इस बार आपके जन्मदिन की पार्टी गोवा में है तो आंटी बोलीं- नहीं मेरे बहुत कहने पर वो मान गई और फिर हम गोवा गए और होटल में गए और खाना खाया और करीब रात के 10:30 बजे मैं आंटी से बोला।

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मैं- आंटी आप तैयार हो जाओ और जो मैं लाया हूं वो आपको पहचानना होगा फिर आंटी ने टायर होने के लिए मेरा दिया सूट खोला तो उसमें से ब्रा पैंटी निकली और ये देख कर आंटी को थोड़ा गुस्सा भी आ गया।

आंटी – ये क्या ले आये हो तुम मैं – सॉरी आंटी ये मेरा नहीं है ये गलती से आया होगा मैंने आंटी को बहुत समझा पर आंटी को मुझ पर यकीन नहीं हुआ मैं – आंटी आप बिल देख लो फिर आपको यकीन आ जाएगा ये मैं नहीं लाया हूं।

जब आंटी ने वो देखा तो आंटी को यकीन आ गया फिर वो शांत हो गयी और वो त्यार हो गयी मैंने अब जल्दी से केक मंगवाया और भालू भी मंगवाया अब मैं उनका इंतजार करने लग गया करीब 11:55 बजे आंटी तैयार हो गईं।

उन्हें देख कर मेरी आंखें फटी रह गईं वो नेट वाले जूड़े और लाल लिपस्टिक में बहुत ही कमाल की लग रही थी अन्होन मेरी लाई हुई ब्रा पैंटी भी पहन ली थी उनको देख कर अब मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया और मैं बोला – आंटी ये आपने क्यों पहना है

आंटी – ये तू ही तो लाया था ना और तूने ही खा था कि जो मैं लाया हूं वो आप आज पहचानो। कोई बात नहीं चल अब केक काटते हैं।

मेरी नज़र अब उन पर से हट ही नहीं रही थी और मैं उनको घूरे जा रहा था फिर आंटी ने केक काटा और फिर हमने उनका जन्मदिन अच्छे से मनाया फिर हम दोनों ने बियर पीना शुरू कर दिया और 3 बोतल पाइन के बाद उनको अब चढ़ गई थी अब तो वो मेरा खड़ा लंड देख भी हंसने लग गई थी।

आंटी- आज की रात मेरी लाइफ की सबसे अच्छी रात होगी अब वो मेरे पास आई और मेरे लंड को पकड़ कर वो मुझे किस करने लग गई मैं भी एक बांध से हरियां हो गया मुझे अब कुछ समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं और क्या बोलूं अब मैं भी गरम हो गया था.

फिर जब मैंने अपनी पैंट को उतारा तो मैंने देखा कि मेरा लंड आज पहले से ज्यादा लंबा और मोटा है। मेरा लंड देखते ही आंटी के मुँह में भी पानी आ गया और उसने मेरे लंड को लॉलीपॉप की तरह चूसना शुरू कर दिया।

वो तो मेरे लंड पर केक लगा कर उपयोग चूस और चैट कर रही थी और करीब 10 मिनट लंड चूसने के बाद मैंने आंटी को उठा कर उनके स्तनों को मसलने के साथ-साथ उन्हें किस करना शुरू कर दिया। अब मैं धीरे धीरे उनके स्तनों को चूसने लग गया और आंटी के मुँह से अब सिस्किया निकलने लग गई थी।

फिर हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए और आंटी अभी भी मेरे लंड पर केक लगा कर चूस रही थी। कभी मैं उनकी चूत पर केक लगा कर चैट कर रहा था ऐसा हम दोनों ने 30 मिनट तक किया। फ़िर आंटी का पानी निकल गया और मैंने पी लिया।

कसम से दोस्तो मैंने ऐसा पानी कभी नहीं पिया था मुझे ऐसा लग रहा था कि मानो मैं जन्नत में हूं। फिर आंटी को मैं किस करने लग गया और उनके स्तनों को मैं जोर जोर से मसलने लग गया। आंटी अब फिर से गरम होने लग गई और मैंने उनको सीधा ले लिया और खुद मैं उनके ऊपर आ गया। अब मैं अपने लंड को उनकी चूत पर रगड़ने लग गया।

आंटी – आअहह अहह उम्म अब और मत तड़पाओ अब डाल भी दो ना प्लीज़ अब मुझसे भी रुका नहीं गया और मैंने अपना लंड उनकी चूत में डालना शुरू कर दिया पर मेरा लंड उनकी चूत में जा नहीं रहा था वो बार बार फ़िसल रहा था।

मैं – आंटी ये अन्दर नहीं जा रहा है मैं क्या करूँ आंटी – हां तो तेरा लंड भी इतना बड़ा और मोटा है. मेरी चूत में 4 साल से एक महीने में सिर्फ एक बार लंड जाता है और वो भी सिर्फ 3 इंच का तो तेरा लंड इतने आसान से चला जाएगा अपनी पूरी जान लगा कर लंड अंदर डाल दो बस।

फिर मैंने अपनी पूरी जान लगाई और एक धक्का और अब की बार मेरा लंड 2 इंच अंदर चला गया। आंटी के मुंह से बहुत जोर से चीख निकली जिसका पूरा कमरा गूंज उठा। मैंने तभी आंटी को किस करना शुरू कर दिया और फिर मैं रुक गया और धीरे-धीरे अपने लंड को अंदर बाहर करने लग गया।

आंटी ने मुझे और लंड डालने से मना कर दिया था इसलिए मैं इतने ही लंड को अंदर बाहर कर रहा था। अब आंटी के मुँह से मस्त सिसकियाँ निकल रही थी और फिर कुछ देर बाद आंटी को मैंने डॉगी स्टाइल में बुलाया और मैं उन्हें धीरे-धीरे चोदने लग गया।

अब मुझे मजा नहीं आ रहा था इसलिए मैं अब पूरी ताकत से ढका मारा और अपना पूरा का पूरा लंड उनकी चूत में उतार दिया। आंटी की गांड में से अब उनकी पॉटी बाहर आ गई थी और वो बेहोश हो गई थी।

मैं अब एक बांध से डर गया कि कहीं इन्हें कुछ हो तो नहीं गया मैं पानी लेने जाना चाहता था पर मेरा लंड बाहर नहीं आ रहा था मुझे ऐसा लगा कि किसी ने मेरे लंड को अंदर से पकड़ रखा है मैंने वेसे ही आंटी को पानी के ले कर दिया और पानी उनके ऊपर मैंने डाला फिर वो होश में आई और उनकी चूत से अब खून भी निकल रहा था।

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उन्हें इतना दर्द हो रहा था कि मैं आपको क्या बताऊं मुझे ऐसा लगा मानो वो वर्जिन हो। दोस्तो मेरी ये बात आपको जरूर झूठी लग रही होगी पर ये कसम से सच है। फिर हम करीब 20 मिनट तक वेसे ही रहे और फिर आंटी को अच्छा लगने लग गया। तो मैंने धीरे धीरे लंड को आगे पीछे करना शुरू कर दिया।

अब आंटी भी मजा लेने लग गई और वो बोली- आअहह आहा और जोर से चोदो आज मेरी बछेदानी में एक छेद कर दो करीब 3 घंटे लगतर चुदाई के बाद अब मेरा होने वाला था तो मैं बोला- आंटी कहां निकलूं आंटी- इसे मेरी चूत में भर दो और आज पूरी रात मुझे चोदो।

फिर करीब 20-25 ढको के बाद मैं उनकी चूत के अंदर ही झड़ गया। इसी बीच आंटी भी झड़ गई और फिर हमने पूरी रात चुदाई करी और फिर हम दोनों कब सोए ये हमें पता नहीं चला। फिर जब मेरी आंख खुली तो शाम के 7 बजे थे और आंटी अभी भी सो रही थीं और मेरा लंड अभी भी उनकी चूत के अंदर था।

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